इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। विश्वविद्लाय के प्रोफेसर मोहम्मद शाहित को पुलिस ने बीते सोमवार (20-04-2020) की रात को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रोफेसर के अलाव पुलिस ने 30 अन्य लोगों को भी पकड़ा है। इनमें 16 विदशी जमाती भी शामिल हैं। विदेशी जमातियों में इंडोनेशिया के 7 नागरिक और थाइलैंड के 9 नागरिक शामिल हैं। इसके अलावा केरल और पश्चिम बंगाल के भी एक-एक जमाती इसमें शामिल हैं।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पर आरोप है कि उन्होंने विदेश से आए जमातियों के गुप्त रूप से रहने का इंतजाम कराया तथा इनके लिए अन्य सुविधाओं की व्यवस्था कराई। हालांकि इन सभी को महबूबा गेस्ट हाउस समेत अन्य स्थानों पर क्वारंटाइन किया गया था। अब वहां अतिरिक्त पुलिस फोर्स लगाकर उन्हें पुलिस की गिरफ्त में होने की जानकारी दी गई है।
आपको बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में प्रोफेसर समेत यह सभी विदेशी नागरिक शामिल हुए थे। इन सभी को बाद में क्वारन्टीन कर दिया गया था। लेकिन पुलिस के मुताबिक कई लोगों ने इसमें से जमात के कार्यक्रम में शामिल होने की सूचना पुलिस तक उपलब्ध नहीं कराई थी।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जांच में यह भी पता चला है कि कुछ विदेशी नागरिकों ने वीजा नियमों का उल्लंघन भी किया है। इन लोगों को प्रयागराज में आने पर रोक थी लेकिन इसके बावजूद यह लोग प्रयागराज आए थे। इन सभी पर फॉरेनर्स एक्ट के तहत केस दर्ज है।
इतना ही नहीं कुछ लोगों ने विदेश से भारत आने के बाद बिना अनुमति धर्म प्रचार भी किया था। अब पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
आपको बता दें कि दिल्ली में आयोजित तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद कई जमाती अचानक कोरोना पॉजीटिव मिलने लगे थे। जिसके बाद सरकार ने सभी जमातियों से कहा था कि वो खुद सामने आकर अपने बारे में जानकारी दें और खुद को क्वारन्टीन करें।
लेकिन कई जमातियों ने खुद को क्वारन्टीन नहीं किया था। जिसके बाद अलग-अलग राज्यों में तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों को खोजा गया तथा उनपर केस भी दर्ज किया गया है।