IIT दिल्ली के 23 साल के छात्र ने सुसाइड कर लिया। वह एम-टेक फाइनल ईयर का छात्र था। छात्र ने द्रोणागिरी हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रों ने उसे फंदे पर लटके हुए देखा जिसके बाद उन्होंने घटना की सूचना दिल्ली पुलिस को दी। सूचना के बाद पुलिस मौक पर पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया। रिपोर्ट के अनुसार, मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।

सुसाइड के कारणों का नहीं चल सका है पता, हत्या एंगल से भी जांच

मामले में पुलिस ने बताया कि द्रोणागिरी हॉस्टल से एक पीसीआर कॉल मिली। जिसमें बताया गया कि महाराष्ट्र के नासिक का रहने वाला 23 साल का छात्र आईआईटी परिसर के द्रोणागिरी हॉस्टल के एक कमरे में लटका हुआ पाया गया। पुलिस ने घटना स्थल की जांच की है। अभी सुसाइड के पीछे के कारणों का पता नहीं चला है। फिलहाल आगे की जांच की जा रही है।

घटना से IIT दिल्ली का माहौल गमगीन है। हॉस्टल के छात्र सहमे हुए हैं। देखना है कि क्या जानकारी सामने आती है। क्या छात्र किसी दबाव में था या फिर कोई उसे परेशान कर रहा है। पुलिस हत्या-आत्महत्या हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।

छात्र ने घरवालों के फोन का नहीं दिया जवाब

दरअसल, आईआईटी दिल्ली के एम.टेक के छात्र का शव उसके कमरे में फंदे से लटका मिला। मामले में पुलिस का कहना है कि घटना का पता तब चला जब छात्र संजय नेरकर (24) के फोन का जवाब नहीं देने पर उसके परिवार ने हॉस्टल के दोस्तों से उसका पता लगाने के लिए कहा। पुलिस के एक अधिकारी ने आगे कहा कि नेरकर द्रोणाचार्य हॉस्टल के कमरा नंबर 757 में रहता था और महाराष्ट्र के नासिक का रहने वाला था।

मामले में पुलिस के एक अधिकारी ने आगे कहा, “नेरकर के परिवार के सदस्यों ने बृहस्पतिवार रात को उसे फोन किया। जब उसने फोन का जवाब नहीं दिया, तो परिवार के सदस्यों ने उसके छात्रावास के दोस्तों से उसका पता लगाने के लिए कहा।” उन्होंने आगे कहा कि जब अन्य छात्र उसके कमरे में गए तो कमरा अंदर से बंद मिला। इसके बाद उन्होंने हॉस्टल गार्ड को सूचित किया, जिसने दरवाजा तोड़ दिया।

अधिकारी ने मामले में आगे बताया कि नेरकर का शव कमरे की छत से फंदे में लटका हुआ पाया गया। पुलिस ने कहा कि छात्र के परिवार के लोगों को घटना की सूचना दे दी गई है। पुलिस मौत के कारणों का पता लगाने के लिए जांच कर रही है।