देश के अलग-अलग हिस्सों से फर्जीवाड़े के कई मामले सामने आते रहते हैं। इसी क्रम में हैदराबाद से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस की टास्क फोर्स ने दो कंसल्टेंसी फर्म पर छापेमारी कर शिक्षण संस्थानों के फर्जी सर्टिफिकेट रैकेट का भंडाफोड़ किया है।
प्रदेश की नॉर्थ जोन टास्क फोर्स की टीमों ने शहर की दो कंसल्टेंसी पर छापा मारा जो नकली शैक्षिक प्रमाण पत्र बेच रही थी और इस रैकेट में शामिल व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। पहले मामले में नॉर्थ जोन की टीम ने आसिफ नगर पुलिस के साथ मिलकर मेहदीपट्टनम में पिलर नंबर 22 पर ‘प्राइड एजुकेशन एकेडमी’ नाम की एजुकेशन कंसल्टेंसी पर छापा मारा।
अधिकारियों ने बताया कि प्राइड एजुकेशन एकेडमी पर छापेमारी के दौरान दो आरोपियों गुंटी महेश्वर राव (45) और केतन सिंह (34) को मध्य प्रदेश के भोपाल के सर्वपल्ली राधाकृष्णन विश्वविद्यालय (एसआरकेयू), सागर के स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय (एसवीएन) और उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के ग्लोकल विश्वविद्यालय के नाम पर फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
इस एजुकेशन कंसल्टेंसी पर छापे के दौरान, फर्म से फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र के अलावा एक कंप्यूटर सिस्टम, चार नकली रबर स्टैंप, एक सेल फोन और एक छात्र रजिस्टर भी बरामद किया गया है। वहीं, दूसरे मामले में टास्क फोर्स की टीमों ने मलकपेट पुलिस के साथ मिलकर मलकपेट में ‘श्री साई एजुकेशनल कंसल्टेंसी’ पर छापा मारा और नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने पूरे रैकेट के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि, गिरोह विभिन्न संस्थानों से फर्जी प्रमाण पत्र हासिल करने में शामिल था। फर्मों पर छापेमारी के दौरान टास्क फोर्स ने शैक्षणिक प्रमाण पत्र, विभिन्न कॉलेजों और सरकारी कार्यालयों के रबर स्टैंप, सेल फोन, कंप्यूटर और लैपटॉप जब्त किए हैं।
स्थानीय पुलिस के अनुसार, यह दोनों कंसल्टेंसी फर्म शिक्षण संस्थानों के फर्जी सर्टिफिकेट बेंच रही थी। इन फर्मों के संपर्क में वह लोग थे जो विदेश में आगे की पढ़ाई और नौकरी के लिए परीक्षा में शामिल हुए बिना स्वेच्छा से फर्जी प्रमाण पत्र खरीद रहे थे। हालांकि, मामले में जांच जारी है और गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।