जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के तुकसन गांव के लोगों ने दिलेरी दिखाते हुए भारी हथियारों से लैस लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकियों को दबोच लिया था। इसके बाद उन्हें पुलिस को सौंप दिया गया था। इस कामयाबी पर जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल व डीजीपी ने ग्रामीणों के लिए इनाम की घोषणा की है। वहीं, पकड़े गए आतंकियों में से एक भाजपा आईटी सेल का पूर्व प्रमुख निकला था। ऐसे में बताते हैं कि गांव के लोगों ने उन्हें पकड़ा कैसे था?
कारोबारी बनकर पहुंचे थे गांव: रियासी जिले के तुकसन गांव में लगभग 300-350 घरों ज्यादातर कश्मीरी मुसलमान ही निवासी हैं। पुलिस के अनुसार, दो आतंकवादी तालिब हुसैन शाह और फैजल अहमद डार, गांव से लगभग एक घंटे की पैदल दूरी पर स्थित ढोकों (अधिक ऊंचाई पर बने घरों) में से एक में पकड़े गए थे। वे यहां कारोबारी बनकर आए थे। गांव के लोग यहां गर्मी के मौसम में अपने मवेशियों के साथ जाते हैं लेकिन सर्दियों से पहले वापस आ जाते हैं।
ऐसे हुआ शक: द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान बीए में पढ़ रहे एक छात्र (जो आतंकियों को पकड़ने में शमिल था) ने बताया कि शनिवार को शाम लगभग 7.45 बजे, दो “अज्ञात लोग व्यापारी बनकर एक ढोक में पहुंचे थे। इस ढोक में एक 50 साल का व्यक्ति अपनी पत्नी और कक्षा 9 में पढ़ने वाली बेटी के साथ रहता था। छात्र ने बताया कि जब दोनों आतंकियों ने उस व्यक्ति से अपना फोन बंद करने को कहा तो उसे शक हो गया।
ग्रामीणों ने ऐसे बनाया प्लान: छात्र ने बताया कि रात में करीब 10 या 10:15 बजे के दौरान घर मालिक शौच के बहाने बाहर आया और अपने भाई को तुकसन गांव बुलाया। घर मालिक ने उन दो संदिग्धों के बारे में और अपने परिवार की जान को खतरे में बताया। घर मालिक का भाई, जो कि एक ट्रक चालक था उसने एक शिक्षक, 2 छात्रों और एक अन्य साथी ट्रक चालक से संपर्क किया और रात 11:30 बजे बड़ी ही सावधानी से ढोक को घेर लिया।
खिड़की से घुसे और फिर धर दबोचा: एक ग्रामीण ने बताया कि सुबह करीब 5 बजे, वह एक खिड़की से ढोक में घुसे तो देखा कि आतंकवादी अभी भी सो रहे हैं। ऐसे में दो लोगों ने उनके बैगों को दूर हटाकर उन्हें दबोच लिया। एक आतंकी फैजल डार, जो शायद नया-नया ही भर्ती हुआ था उस पर कबो पाने में देर नहीं लगी लेकिन दूसरा आतंकी तालिब काफी देर तक विरोध करता रहा लेकिन फिर उसे रस्सियों से बांध दिया गया था।
आतंकी निकला BJP आईटी सेल का चीफ: दोनों आतंकियों को पकड़ने के बाद ग्रामीणों ने एक स्थानीय पुलिस अधिकारी को बुलाया, फिर संयुक्त सुरक्षा बल मौके पर पहुंचा और उसने आतंकवादियों को हिरासत में ले लिया। पुलिस के अनुसार, तालिब शाह पिछले 2-3 वर्षों में पीर पंजाल क्षेत्र में कई आतंकी घटनाओं के पीछे “मास्टरमाइंड” था, जिसमें राजौरी के कोटरांका इलाके में हाल ही में हुए विस्फोट भी शामिल थे। इसी तालिब के संबंध भाजपा से भी बताए जा रहे हैं और वह पहले बीजेपी की आईटी सेल का प्रमुख था। भाजपा नेताओं व बैठकों में शामिल होने की तालिब की कई तस्वीरें सामने आई हैं।
