मुंबई में दो ठगों ने खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर सरकारी बैंक के कर्मचारी और उसके दोस्त को लाखों का चूना लगा दिया। दोनों ठगों ने पीड़ितों से कहा था कि वे आईपीएस का अधिकारी हैं और केंद्र सरकार में उनकी अच्छी खासी पकड़ है। दरअसल, ठगों ने बैंक कर्मचारी और उसके दोस्त को उनकी पसंद की जगह पर ट्रांसफर कराने का वादा किया और उनसे करोड़ों की मांग की। पीड़ितों ने उन्हें 35.25 लाख रुपये ट्रांसफर भी कर दिए थे। फिलहाल मुंबई पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले का खुलासा तब हुआ जब अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी।

गिरफ्तार हुए दोनों आरोपी

मामले में एक अधिकारी ने बताया कि क्राइम बांच ने रविवार को आरोपियों गणेश शिवाजी चव्हाण (33) और मनोज कुपिंदर पवार (43) को चेंबूर उपनगर और वाशी से गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता एक दोस्त के जरिए आरोपियों से मिला था। दोनों आरोपियों ने खुद को आईपीएस अधिकारी बताया था और दावा किया था कि केंद्र सरकार में उनकी पहुंच है।

अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने बैंक में मनपसंद जगह पोस्टिगं दिलाने के नाम पर शिकायतकर्ता और उसके मित्र से एक करोड़ रुपये की मांग की और पिछले चार सालों में उनसे 35.25 लाख रुपये ऐंठ लिए। शिकायतकर्ता ने कहा कि आरोपियों ने उन्हें एक फर्जी ऑफल लेटर भी दिया था और दावा किया था कि यह ऑफर लेटर केंद्रीय वित्त मंत्री ने जारी किए हैं।

उन्होंने कहा कि जब शिकायतकर्ता ने पैसे मांगने शुरू किए तो दोनों ने उन्हें धमकी दी। पुलिस को शक है कि आरोपियों ने इसी तरह से अन्य लोगों के साथ भी धोखाधड़ी की होगी। फिलहाल दोनों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

Digital Fraud:बुजुर्गों से ज्यादा युवा हो रहे हैं ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार

TRAI Action on Digital Fraud: अननोन कॉल और मैसेज के जरिए बुजुर्गों से ज्यादा कम उम्र के लोग शिकार हो रहे हैं। अनजान फोन नंबर की पहचान करने वाला ऐप ‘ट्रू कालर’ (True Caller) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एलेन मामेदी ने कहा कि भारत में 27 करोड़ लोग इस ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं। देश में रोजाना इस ऐप के जरिए 50 लाख स्पैम काल की सूचनाएं मिलती हैं। उन्होंने कहा कि अब बुजुर्गों से अधिक युवा इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं।