रशियन माफिया को दुनिया में सबसे खतरनाक माना जाता है। इसका हर सदस्य मरने-मारने के लिए हमेशा तैयार रहता है। सोवियत संघ के दौर में और उसके बाद ये माफिया सक्रिय हुए थे और आज भी संगठित अपराध में नंबर वन माने जाते हैं। इसके कई बॉस अमेरिकी एजेंसी एफबीआई की लिस्ट में वांटेड रह चुके हैं। कई को तो आजतक एफबीआई ढूंढ ही नहीं पाई।

ऐसा ही एक रशियन माफिया है जिसका नाम है सेमियन मोहिलेविज। पैदा यूक्रेन में हुआ और क्राइम की दुनिया में रूस को अपना घर बना लिया। माफिया के इस बॉस को दुनिया का मोस्ट वांटेड क्रिमिनल कहा जाता है। रूस के अधिकांश माफिया सिंडिकेट्स वर्ल्ड में सेमियन को ‘बॉस ऑफ बॉसेस’ के रूप में जाना जाता है।

समाचार वेबसाइट मियाव (meaww) के अनुसार रूस की काली दुनिया के इस बेताज बादशाह को 2008 में रशिया में कर चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 2009 में इसे एफबीआई ने टॉप टन मोस्ट वांटेड की सूची में डाल दिया। यूक्रेन के पूर्व प्रधान मंत्री यूलिया टिमशेंको ने सेमियन को देश में आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया था और उनके खिलाफ कार्रवाई का आदेश भी दिया था, लेकिन वह अभी भी रूस में आराम से रह रहा है। मोहिलेविज के कई दोस्त रूस में बड़े पदों पर बैठे हैं, जिसकी छत्रछाया में वो मास्को में बना हुआ है।

मोगिलेविच को “ब्रेनी डॉन” के नाम से भी जाना जाता है। यह अपने दुश्मनों से हमेशा एक कदम आगे रहने के लिए जाना जाता है। इसकी पकड़ वित्तीय संचालन में जितनी गहरी है, उतना ही ये क्रूर और निर्दयी रवैये के लिए भी जाने जाता था। माफिया क्रूर या निर्दयी तो हो सकता है लेकिन बहुत ही कम को फाइनेंसियल समझ होती है और जिसमें ये तीनों खूबियां होती है, वो इस काली दुनिया का बेताज बादशाह ही हो जाता है। हाल ही में नेटफ्लिक्स ने वर्ल्ड मोस्ट वांडेट सीरिज के तहत इसके किरदार को सबके सामने लाया है।

एक खोजी पत्रकार क्रेग उंगर के अनुसार, मोगिलेविच हथियारों का कारोबार कर रहा था। मोगिलेविच कोई छोटा-मोटा हथियार डील नहीं करता, उसके पास हथियारों की लिस्ट में विमान भेदी तोप जैसे भारी वेपन भी शामिल हैं। इसका वो वैश्निक स्तर पर डील करता है।

मोगिलेविच के संगठन के एक पूर्व सदस्य रोइटमैन ने एक डॉक्यूमेंट्री में कहा कि मोगिलेविच अपने सारे दुश्मनों को खत्म कर देगा। पहले वो उनके बॉस को मारेगा फिर किसी नए को वहां बैठाएगा और यह तब तक चलेगा जब तक कि पूरा ग्रुप नष्ट नहीं हो जाता। ब्रेनी डॉन ने सैकड़ों लोगों की हत्या का आदेश दिया था।

मोगिलेविच को माफिया के तौर पर अपना काम निकालने के लिए गोलियों के बजाय बमबाजी करना ज्यादा अच्छा लगता है। उसने हंगरी, बुडापेस्ट में कई बम विस्फोट किए थे। यहीं से उसने अपना शुरू में साम्राज्य चलाया था। इस धंधे से उसने काफी पैसा कमाया। इसे कमाना कम लूटना ज्यादा कहना सही होगा। उंगर कहते हैं, मोगिलेविच की इजराइल में एक कपड़ा कंपनी थी। अमेरिका के लॉस एंजिल्स में एक आयात-निर्यात कंपनी थी। रूस में एक बास्केटबॉल टीम, प्राग में एक जापानी रेस्तरां के अलावा कई और बिजनस में वो अपना हाथ डाल चुका था।

एफबीआई के एक पूर्व एजेंट, थॉमस फ्यूएंट्स ने मोगिलेविज पर खुलासा करते हुए कहा कि 1994-1995 तक, क्राइम वर्ल्ड की दुनिया में नंबर एक आपराधिक रूसी संगठित अपराध की पहचान सोल्ट्सनेवो के रूप में की गई थी, जिसे मोगिलेविच द्वारा चलाया जा रहा था।

1995 में मोगिलेविच दुनिया का सबसे शक्तिशाली गैंगस्टर बनने का सपना देखने लगा। इसके लिए उसे अमेरिका से भारी मात्रा में धन निकालने की आवश्यकता थी। मोगिलेविच तो फाइनेंसिनल समझ तो थी ही, उसी का उपयोग करके इसने वहां से पैसा निकालना शुरू कर दिया। इस दौर का सबसे चर्चित घोटाला वाईबीएम मैग्नेक्स (YBM Magnex) था। इसके बाद एफबीआई के नजर में मोगिलेविच आ गया। एफबीआई ने इस मामले की जांच शुरू कर दी।

इस मामले की जांच में सामने आया कि वाईबीएम मैग्नेक्स में निवेशकों ने लगभग 150 मिलियन डॉलर लगाया था। जबकि ये कंपनी ही फर्जी थी। इसके बाद मोगिलेविच को एफबीआई के रडार पर रख दिया गया। एफबीआई द्वारा उसपर हथियारों की तस्करी, कॉन्ट्रैक्ट मर्डर, जबरन वसूली, ड्रग्स की तस्करी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वेश्यावृत्ति का आरोप लगाया गया था।

मोगिलेविच फिलहाल मास्को में छिपा हुआ है। यहां उसके खिलाफ वारंट भी जारी है। मोगिलेविच जानता है कि रूस कभी भी उसे अमेरिका को सौंपेगा नहीं, इसके साथ ही कुछ उसके दोस्त रशिया की सरकार में भी बैठे हैं, जो उसे बचाने के लिए काफी है। इन सब चीजों को देखते हुए रशियन माफिया का ये सबसे खतरनाक बॉस मॉस्को में आराम से रह रहा है। एफबीआई ने भी इसे अब वांटेड सूची से हटा दिया है। क्योंकि उसे मालूम है मोगिलेविच ऐसे देश में हैं जहां अमेरिका के साथ प्रत्यर्पण संधि नहीं है। इसके बारे में एक पत्रकार ने कभी कहा था कि मोगिलेविज कभी भी गलत समय पर गलत जगह नहीं होता है, और यही उसकी सफलता की निशानी है।