दिल्ली विधानसभा चुनाव में जनसमर्थन जुटाने के लिए फेक अकाउंट का सहारा लेने का खुलासा हुआ है। एक फेसबुक व्हिसिलब्लोअर ने सनसनीखेज दावा किया गया है कि आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भाजपा चुनाव के दौरान फेक सोशल मीडिया अकाउंट्स का प्रयोग कर रही थी।

इंडिया टुडे के अनुसार फेसबुक व्हिसिलब्लोअर सोफी झांग ने दावा किया है कि 2020 के चुनाव के दौरान इन पार्टियों ने जनसमर्थन हासिल करने के लिए फेक अकाउंट का सहारा लिया था। सोफी झांग पहले फेसबुक में ही डेटा वैज्ञानिक के तौर पर काम करतीं थीं।

सोफी ने कहा कि इसमें एक भाजपा सांसद भी शामिल थे। उन सभी फेसबुक पोस्ट को भाजपा सांसद द्वारा शेयर किया गया था। वहीं आम आदमी पार्टी के समर्थकों ने खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थकों के रूप में बताते हुए फर्जी अकाउंट बनाए थे। इस अकाउंट के जरिए ये दर्शाया जा रहा था कि वो भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए भाजपा छोड़, अरविंद केजरीवाल को सपोर्ट कर रहे थे।

झांग ने कहा कि यह लोगों को धोखा देने का एक तरीका था कि पीएम मोदी के समर्थक उनसे नाखुश हैं। सोफी झांग ने फेसबुक पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि कंपनी का मकसद पैसा कमाना है, लोकतंत्र बचाना नहीं।

दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी ने दिल्ली चुनाव में 70 में से 62 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस चुनाव में बीजेपी ने 8 सीटें जीती थीं। जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था।

इस हफ्ते की शुरुआत में, सोफी झांग ब्रिटिश संसद में सांसदों की एक समिति के सामने भी पेश हुईं थीं। इस दौरान उन्होंने कहा था कि फेसबुक, लोगों को राजनीतिक रूप से मैनिपुलेट करने के लिए सरकारों को अनुमति दे रहा है। झांग ने लगभग तीन साल तक फेसबुक डेटा साइंटिस्ट के रूप में काम किया है। इन्हें फेसबुक ने 2020 में कंपनी से निकाल दिया था।

बता दें कि पहले भी फेसबुक पर इस तरह के आरोप लगते रहे हैं। इस महीने की शुरुआत में, एक पूर्व फेसबुक कर्मचारी, फ्रांसिस हौगेन ने भी कुछ इसी तरह के आरोप लगाए थे। हौगेन ने कहा था कि कंपनी, सुरक्षा देने के बजाय लाभ पर ज्यादा ध्यान देती है। इन्होंने अमेरिकी सीनेट समिति के सामने फेसबुक को लेकर गवाही भी दी थी।