हैदराबाद में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की डीआडीएल (DRDL) के एक लैब इंजीनियर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। लैब इंजीनियर पर देश के मिसाइल कार्यक्रमों की संवेदनशील जानकारी एक संदिग्ध पाकिस्तानी जासूस को लीक करने का आरोप है। तेलंगाना पुलिस ने बताया कि इंजीनियर कथित तौर पर ब्रिटेन की एक डिफेंस जर्नल में काम करने वाली महिला के संपर्क में था।
मामले की जानकारी देते हुए तेलंगाना पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान दुक्का मल्लिकार्जुन रेड्डी के रूप में हुई है। आरोपी मल्लिकार्जुन रेड्डी, विशाखापत्तनम का मूल निवासी है। रेड्डी बालापुर में स्थित अनुसंधान केंद्र इमारत (RCI) में मौजूद डीआरडीएल के एडवांस नेवल सिस्टम प्रोग्राम में इंजीनियर के रूप में कार्यरत था। मल्लिकार्जुन रेड्डी को मीरपेट में स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया है।
इस गिरफ्तारी के लिए राचाकोंडा पुलिस और बालापुर पुलिस (Balapur Police) की एलबी नगर जोन की स्पेशल ऑपरेशन टीम ने एक संयुक्त अभियान चलाया था। उस पर आईपीसी की धारा 409 (आपराधिक विश्वासघात) और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप दर्ज किये गए। पुलिस ने उसके कब्जे से दो मोबाइल फोन, एक सिम कार्ड और एक लैपटॉप जब्त किया।
पुलिस के अनुसार, रेड्डी के कभी डीआरडीएल की किसी परियोजना पर दो साल तक एक निजी कंपनी के साथ काम किया था। इसके बाद रेड्डी ने सीधे डीआरडीएल से संपर्क किया था और साल 2020 में एएनएसपी परियोजना (ANSP Project) में एक संविदा कर्मचारी के रूप में शामिल हो गया था। रेड्डी ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर लिख रखा था कि वह डीआरडीएल से जुड़ा है।
आरोपी रेड्डी नताशा राव (Natasha Rao) उर्फ सिमरन चोपड़ा उर्फ ओमिशा अदी के साथ करीब दो साल से लगातार संपर्क में था और उसके हनीट्रैप में फंसने के बाद कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं थीं। पुलिस ने कहा कि उसने कथित तौर पर आईएसआई हैंडलर (ISI Handler) के साथ अपने फेसबुक पर कई मिसाइल विकास कार्यक्रमों से जुड़ी तस्वीरें और दस्तावेज साझा किए थे।
पुलिस के मुताबिक, मार्च 2020 में आरोपी मल्लिकार्जुन रेड्डी को फेसबुक पर नताशा राव नाम से उसके फेसबुक अकाउंट पर फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली। रेड्डी के फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार करने के बाद महिला ने बताया कि वह यूके डिफेंस जर्नल की एक कर्मचारी है। महिला ने इस बात का भी खुलासा किया कि पहले वह बेंगलुरु में रहती थी।
आरोपी के हनी ट्रैप करने वाली महिला ने बताया कि उसके पिता भारतीय वायु सेना में काम करते थे और बाद में यूके चले गए। इसके बाद महिला ने रेड्डी के भी कामकाज के बारे में पूछताछ की थी। जब दोनों के बीच बातचीत बढ़ी तो आरोपी रेड्डी ने नताशा राव के साथ कई गोपनीय जानकारियां साझा कीं। इसके अलावा, आरोपी ने अपना बैंक खाता नंबर भी नताशा राव को साझा किया है और वह दिसंबर 2021 तक उसके संपर्क में था।