अमेरिका के ओहायो से एक सनसनीखेज खबर सामने आई है। यहां एक होटल में मां ने गोली मारकर बेटे की हत्या कर दी। रिपोर्ट के अनुसार, मां ने बेटे पर लगातार 11 बार गोली चलाई। जिससे मौके पर ही 6 साल के मासूम की मौत हो गई। फिर भी कोर्ट ने आरोपी महिला को फांसी की सजा नहीं दी। कोर्ट ने उसे मौत की सजा न देते हुए उसे सोमवार को उम्रकैद की सजा सुनाई।
दरअसल, परमा की रहने वाली 31 साल की डेनेइचा ब्रिंगहट को हत्या और अन्य आरोपों के लिए दोषी ठहराया गया था। हालांकि कुयाहोगा काउंटी के अभियोजकों ने दोषी पर से उन आरोपों को हटा दिया जिससे उसे मौत की सजा भी मिल सकती थी। असल में अभियोजकों और बचाव पक्ष के वकीलों ने माना कि दोषी महिला मानसिक रूप से बीमार रह चुकी थी। मानसिक बीमारी के कारण उसका सिज़ोफ्रेनिया का इलाज भी चला था। कोर्ट का मानना था कि इसी कारण उसने अपने बेटे की हत्या कर दी। कोर्ट के अनुसार, दोषी ब्रिंगहट को पैरोल पर रिहा किए जाने से पहले कम से कम 35 साल जेल की सजा काटनी होगी।
स्विमिंग पूल का बहाना बनाकर बेटे को होटल ले गई थी दोषी मां
हालांकि जब दोषी ब्रिंगहट के मेंटल हेल्थ का चेकअप किया गया तो सामने आया कि उस पर केस चलाया जा सकता है। मामले में अधिकारियों ने बताया कि दोषी ब्रिंगहट अपने बेटे कामिर को अप्रैल 2021 में ब्रुकलिन के एक होटल में ले गई ताकि वह अंदर बने स्विमिंग पूल में तैराकी कर सके। इसके बाद जब वे दोनों कमरे में थे तो ब्रिंगह ने अपने बेटे को 11 बार गोली मारी।
अधिकारियों ने आगे बताया कि आरोपी महिला ने इसके बाद पुलिस को फोन किया और कहा कि एक अज्ञात बदमाश ने कमरे में आकर उसके बेटे को गोली मार दी। हालांकि बाद में उसने मनगढ़ंत कहानी बनाने की बात स्वीकार कर ली। अधिकारियों ने गोली मारने के पीछे के कारण का खुलासा नहीं किया है। कुयाहोगा काउंटी की सहायक अभियोजक एना फरग्लिया ने सजा की सुनवाई के दौरान कहा, “मैं पूरी तरह से मानसिक बीमारी को समझती हूं लेकिन मामले की सच्चाई यह है कि एक लड़का मारा गया। इसके लिए दोषी को सजा मिलनी चाहिए।” अब दोषी महिला को 35 साल जेल में बिताना होगा हालांकि मानसिक बीमारी के कारण उसे मौत की सजा नहीं मिली।