CBI Questioned Former Meghalaya Governor Satya Pal Malik: सीबीआई ने मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्य पाल मलिक से पूछताछ की। न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्य पाल मलिक सीबीआई (CBI) ने दिल्ली मुख्यालय में उनके आरोपों को लेकर सवाल किए हैं।
बता दें कि, सत्य पाल मलिक ने कुछ महीने पहले एक कार्यक्रम में यह कहकर सनसनी फैला दी थी कि जब वह जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के राज्यपाल थे तो उन्हें दो फाइलों को क्लियर करने के लिए 300 करोड़ रुपए की रिश्वत की पेशकश की गई थी।
तीखे बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं सत्य पाल मलिक
आपको बता दें कि, मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्य पाल मलिक (Satya Pal Malik) अपने तीखे बयानों से और किसान आंदोलन के समर्थन में रखी गई अपनी बातों से सरकार को कई बार असहज कर चुके हैं। सत्य पाल मलिक बीते महीनें ही 30 सितंबर को राज्यपाल के पद से सेवानिवृत हुए हैं।
सत्य पाल मलिक ने झुंझुनू में साझा किया था वाकया
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने साल 2021 के अक्टूबर में राजस्थान के झुंझुनू में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। जहां मलिक ने संबोधन के दौरान एक पुरानी बात साझा की थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि जब वह जम्मू कश्मीर के राज्यपाल बने तो उनके पास दो फाइल आईं थी। मलिक ने कहा था कि इनमें से एक फाइल अंबानी से जुड़ी थी। जबकि दूसरी फाइल RSS से जुड़े शख्स की थी, जो कि भाजपा और पीडीपी की गठबंधन वाली सरकार में मिनिस्टर थे।
300 करोड़ की रिश्वत की हुई थी पेशकश
अपनी बात आगे बढ़ाते हुए सत्य पाल मलिक ने कहा था कि उनके सचिव ने उन्हें बताया कि इन दोनों फाइलों में घोटाला है और फिर मैंने दोनों डील को रद्द कर दिया था। सत्य पाल मलिक ने कहा था कि उन्हें दोनों फाइल को क्लियर करने के बदले में 300 करोड़ की रिश्वत की पेशकश की गई थी। मलिक ने कार्यक्रम में कहा था कि वह कुछ जोड़ी कुर्ते-पायजामे के साथ आएं हैं और उसे में मैं चला जाऊंगा।
पीएम मोदी की मलिक ने की थी तारीफ
सत्य पाल मालिक के इन आरोपों के बाद केंद्र सरकार ने सीबीआई जांच के आदेश दे दिए थे। इसी वाकये को बताते हुए मलिक ने पीएम मोदी का जिक्र करते हुए प्रशंसा की थी। मलिक ने कहा कि उस वक्त पीएम ने उनसे कहा था कि वह भ्रष्टाचार से कोई समझौता न करें। उनके इस दावे की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने केंद्र सरकार से की थी।