Karnataka Assembly Elections: गुजरात और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (Gujarat and UP Asembly Elections) में लगातार जीत के लिए अपनाए गए मॉडल को भारतीय जनता पार्टी (BJP) आगामी कर्नाटक चुनाव में भी अपनाने जा रही है। भाजपा कर्नाटक इकाई ने विधानसभा चुनावों के लिए डोर-टू-डोर अभियान (Door-to-door outreach) पर निर्भर रहने की योजना बनाई है। भाजपा ने बीते दिनों राजधानी बेंगलुरु (Bengaluru) में एक कोर कमेटी की बैठक के बाद कहा कि यह रणनीति मतदाताओं को पार्टी की केंद्रीय और राज्य योजनाओं के लाभों की याद दिलाने और अपनी जीत सुनिश्चित करने में मदद करेगी।

C T Ravi बोले- बूथ स्तर पर चुनाव जीतना मकसद

भाजपा महासचिव सी टी रवि ( C T Ravi) ने कोर कमेटी की बैठक के बाद कहा, “हम ऐसी पार्टी नहीं हैं जो बहुत ज्यादा शोर मचाती है। हमने चुनाव से पहले शोर मचाने का काम कांग्रेस (Congress) पर छोड़ दिया है। जमीनी स्तर पर हम अपने बूथ कार्यकर्ताओं को भाजपा (BJP) की जीत के लिए तैयार कर रहे हैं। इसका मकसद बूथ स्तर पर चुनाव जीतना है।”

Gujarat और Uttar Pradesh की तरह अभियान

रवि ने आगे कहा, ‘हर विधानसभा सीट पर करीब 70 से 80 फीसदी लोग राज्य और केंद्र सरकार की किसी न किसी योजना के लाभार्थी हैं। हम उन्हें बीजेपी के वोटर में बदलना चाहते हैं। हमने इसके लिए एक बड़ी योजना तैयार की है। योजना गुजरात और उत्तर प्रदेश (Gujarat and Uttar Pradesh) में सफल रही और कर्नाटक (Karnataka) में इसका उपयोग किया जाएगा। कर्नाटक में विपक्षी दल कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) की तुलना में भाजपा को चुनावों की तैयारी में पिछड़ते हुए देखा जा रहा है। विपक्षी दलों ने हाल ही में राज्य भर के दौरे शुरू किए हैं।

Karnataka BJP में बैठकों का दौर जारी

भाजपा की कोर कमिटी की बैठक में राष्ट्रीय संगठन सचिव बी एल संतोष, केंद्रीय पर्यवेक्षक अरुण सिंह, पूर्व सीएम बी एस येदियुरप्पा, वर्तमान सीएम बसवराज बोम्मई और कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कटील जैसे वरिष्ठ नेता शामिल हुए। शनिवार को पार्टी ने चुनावों के लिए एक विशेष कार्यकारिणी बैठक भी की।

इन चार दिग्गजों की अगुवाई में बनी चार टीम

कोर कमेटी की बैठक में भाजपा ने इस महीने के अंत में राज्य के बजट सत्र (Budget Session) के बाद अपने मुख्य नेताओं – येदियुरप्पा, बोम्मई, कतील और अरुण सिंह की अध्यक्षता में चार टीमों में राज्य की यात्रा करने की योजना भी बनाई है। भाजपा की दो टीम कल्याण कर्नाटक (वह क्षेत्र जो तत्कालीन हैदराबाद राज्य का हिस्सा था) और कित्तूर कर्नाटक (पहले मुंबई-कर्नाटक के रूप में जाना जाता था) में जाएगी, जबकि दो टीमें पुराने मैसूर क्षेत्र का दौरा करेंगी।

त्रिशंकु विधानसभा नहीं बीजेपी को पूर्ण जनादेश की उम्मीद

सी टी रवि ने कहा, “हमारे पास अधिकांश जिलों में यात्रा करने वाली चार टीमें होंगी। मार्च में (दौरों के) समापन पर दावणगेरे में महासंगम नाम से एक बड़ी रैली आयोजित की जाएगी।” उन्होंने कहा कि हम विकास और अपने आदर्शों के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस बहुत शोर मचा सकती है और जद (एस) त्रिशंकु विधानसभा (Hung Assembly) का इंतजार कर सकती है, लेकिन हम पूर्ण जनादेश के साथ सत्ता में आने के लिए आश्वस्त हैं। वे आवाज उठाएंगे लेकिन हम जमीन पर रहेंगे।

सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से करेंगे मुलाकात

रणनीति के बारे में विस्तार से बताते हुए रवि ने कहा कि पार्टी सी और डी श्रेणी के निर्वाचन क्षेत्रों पर काम कर रही है। पिछले एक साल में इन क्षेत्रों में भाजपा को कमजोर बताया जाता रहा है। रवि ने कहा, ‘हमारे पास सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों की सूची है। हमें उन्हें पार्टी से जोड़ने के लिए डेटा पर काम करना होगा। अगर हम उन्हें उन लाभों की याद दिलाते हैं जो उन्हें प्राप्त हुए हैं, तो यह हमारे सफल होने के लिए पर्याप्त है। यह रणनीति उत्तर प्रदेश, गुजरात, गोवा और उत्तराखंड में काम कर गई।”

हर निर्वाचन क्षेत्र में LED Van के जरिए भी चुनाव प्रचार

चुनाव से पहले एक और योजना है कि बीजेपी सरकार की योजनाओं की घोषणा करने के लिए हर निर्वाचन क्षेत्र में एलईडी वैन (LED Van) भेजी जाए और साथ ही प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में किए गए विकास कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला जाए। हमारा इरादा उत्तर प्रदेश और गुजरात के मॉडल पर हर सीट पर 50 फीसदी वोट हासिल करना है। हमारे पास स्पष्ट बहुमत होगा और यही हमारी मंशा है।’

भाजपा को चुनाव के लिए नेतृत्व पर कोई भ्रम नहीं

रवि ने बताया कि भाजपा (BJP) जीतने योग्य उम्मीदवारों की पहचान पहले ही कर चुकी है। राज्य चुनाव समिति बाद में केंद्र को एक सूची भेजेगी और एक संसदीय बोर्ड (parliamentry Board) अंतिम निर्णय लेगा। पार्टी ने यह भी कहा कि वह एक सामूहिक छतरी के नीचे चुनाव लड़ेगी और सीएम उम्मीदवार पेश नहीं करेगी। उन्होंने कहा, ‘इस मुद्दे (चुनाव के लिए नेतृत्व) पर कोई भ्रम नहीं है। बसवराज बोम्मई मुख्यमंत्री हैं; येदियुरप्पा से मार्गदर्शन मिलेगा; पार्टी अध्यक्ष नलिन कुमार कतील हैं। हमारा समर्थन करने के लिए केंद्रीय नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का महान नेतृत्व हैं। हमारे पास ये सभी संसाधन हैं। कांग्रेस से उलट हमारे केंद्रीय नेता हमारे लिए बोझ नहीं, बल्कि फायदेमंद हैं।’

फरवरी में दो-तीन बार कर्नाटक का दौरा करेंगे पीएम मोदी

रवि ने कहा कि फरवरी में पीएम मोदी (PM Modi) दो या तीन बार कर्नाटक का दौरा करेंगे। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी राज्य का दौरा करेंगे। कार्यकारिणी की विशेष बैठक में प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कतील ने कहा कि भाजपा सरकार ने निर्वाचन क्षेत्रों के विकास के लिए 1,000 करोड़ रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई है। वहीं, येदियुरप्पा ने कहा कि पीएम मोदी और शाह के नेतृत्व से बीजेपी को कर्नाटक जीतने में मदद मिलेगी।

येदियुरप्पा ने कहा- कांग्रेस पार्टी में नेता कौन हैं?

बीएस येदियुरप्पा (B S Yediyurappa) ने कहा, “कांग्रेस पार्टी में नेता कौन हैं? क्या यह राहुल गांधी (Rahul Gandhi) हैं? हमारे पास एक महान नेता पीएम नरेंद्र मोदी हैं जिन्हें दुनिया प्यार करती है। हमारे पास अमित शाह हैं। भाजपा कर्नाटक चुनाव और अन्य सभी चुनाव जीतेगी। यह कहते हुए कि कर्नाटक में कोई घर नहीं है जो मोदी सरकार की योजनाओं से अछूता है, पूर्व सीएम येदियुरप्पा ने कहा, “सबका साथ, सबका विकास के तहत राज्य और केंद्र सरकारों द्वारा शुरू की गई कई योजनाएं हैं जो लोगों के घरों तक पहुंच रही हैं।” येदियुरप्पा ने कहा कि राज्य के बजट में “लोगों की अपेक्षाओं से परे” विकास योजनाएं भी होंगी।