बिहार के भागलपुर जिले के गोपालपुर विधानसभा के जदयू विधायक गोपाल मंडल अपने बयानों व दबंगई के चलते चर्चा में बने रहते हैं। एक बार फिर से विधायक जमीन कब्जा करने और मारपीट के आरोपों के चलते सुर्खियों में बने हुए हैं। बताया जा रहा है कि जदयू विधायक अपने समर्थकों के साथ एक जमीन की नाप-जोख कराने पहुंचे थे। इसी मामले में दो पक्ष आपस में भिड़ गए और जमकर हाथापाई हुई। जिसमें एक पक्ष के लोग अस्पताल पहुंच गए।

क्या है मामला: जानकारी के मुताबिक, जदयू विधायक गोपाल मंडल एक जमीन की नाप-जोख कराने अपने समर्थकों के साथ बरारी थाने के अंतर्गत आने वाले विक्रमशिला पथ बैरियर के पास एक प्लॉट पर पहुंचे थे। जब इस जमीन पर कब्जे वाले पक्ष के धनंजय यादव को इस बात की जानकारी मिली तो वह भी मौके पर पहुंच गए और विधायक द्वारा कराई जा रही नाप का विरोध किया। थोड़ी ही देर में बात कहासुनी से मारपीट तक जा पहुंची, जिसमें दो लोग घायल हो गए।

कब्जे वाले पक्ष ने बताई कहानी: थाने में दी गई शिकायत में जमीन पर कब्जे वाले पक्ष ने कहा है कि, रतन मोहन ठाकुर नाम के व्यक्ति पर उनका (धनंजय यादव) कब्जा है। विधायक जबरन अपने समर्थकों के साथ मिलकर कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे। जब हमने विरोध किया तो उन्होंने हमसे कागज मांगे। धनंजय का कहना है कि उनके पास वह कागज था जो रतन के पिता का था। जमीन की रजिस्ट्री नहीं थी, ऐसे में विधायक ने माप शुरू कर दी। जिसके चलते दोनों पक्ष आपस में भिड़ बैठे।

क्या बोले विधायक: जमीन की नाप कराने पहुंचे विधायक ने बताया कि जमीन का मालिकाना हक रतन मोहन ठाकुर के पास है। 40 साल पहले धनंजय पक्ष की तरफ से रतन के पिता से एक एग्रीमेंट कराया गया था, लेकिन उसकी रजिस्ट्री नहीं थी; ऐसे में रतन मोहन ही मालिक हुए। विधायक ने बताया कि भूखंड के मालिक रतन ने उनके बेटे के नाम एग्रीमेंट कर रखा है। इसलिए ही वह जमीन की नाप कराने पहुंचे थे, लेकिन दूसरे पक्ष ने हमला कर दिया।

दोनों पक्षों ने दी थाने में शिकायत: इस घटना के बाद जमीन के मालिक रतन मोहन ठाकुर ने भी दूसरे पक्ष के खिलाफ शिकायत देकर केस दर्ज करने की मांग की है। जबकि, जमीन पर कब्जा होने का दावा करने वाले धनंजय यादव ने भी विधायक समेत अन्य तीन-चार लोगों पर जमीन कब्जा करने और मारपीट का आरोप लगाया है।