इससे पहले भी सामान्य जन की तो दूर, देश के विभिन्न मंत्रालयों तक के सोशल मीडिया अकाउंट में सेंधमारी की जा चुकी है। साइबर चोर आज भारत ही नहीं, पूरे विश्व में परेशानी का सबब बने हुए हैं। आज कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है जो इंटरनेट से अछूता हो, लेकिन साथ ही यह भी सत्य है कि कोई भी व्यवस्था पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। अगर सरकार या संस्थान डाल-डाल हैं तो साइबर चोर पात-पात। ऊपर से क्रिप्टो करंसी ने चोरों को फिरौती की रकम लेने का सुगम और सुरक्षित रास्ता मुहैया करवा दिया है।
साइबर चोरों से निपटने के लिए कड़े कानून बनाना ही पर्याप्त नहीं होगा, बल्कि ऐसे मामलों का शीघ्र निस्तारण भी आवश्यक है। अच्छा तो यह हो कि हमला होने से पहले ऐसे उपाय किए जाएं कि हमले कामयाब हो ही नहीं पाए। इसके लिए अत्यावश्यक कदम उठाए जाएं। हमारे देश मे हजारों की संख्या में ऐसे युवा हैं जो इन हमलों को रोकने की तकनीक विकसित कर सकते हैं, बशर्ते उनको उचित मौका दिया जाए। हमारे तकनीकी संस्थान बहुत समर्थ हैं। वे साइबर सुरक्षा के लिए बेहद मजबूत तकनीक बना सकते हैं।
साइबर हमले रोकना समय की जरूरत है। आम जन को भी किसी लालच से बचना चाहिए और पुलिस की मदद करनी चाहिए। पुलिस भी जब तक ऐसे मामलों को तत्परता से नहीं लेगी, साइबर चोर अपना काम करते रहेंगे। हर जिले में साइबर विशेषज्ञ की नियुक्ति होनी चाहिए जो पुलिस की सहायता करे। साथ ही इन लोगों और पुलिस को समयबद्ध कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि साइबर चोरों को समय रहते पकड़ा जा सके।
मुनीश कुमार, रेवाड़ी, हरियाणा
चीन की हठधर्मिता
चीन के लगभग तीन सैनिकों ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र में भारतीय सीमा में अतिक्रमण करने का दुस्साहस किया, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। हालांकि बाद में कमांडर स्तर की बैठक के बाद मामला सुलझा लिया गया। उपर्युक्त घटना की पहले से ही आशंका लग रही थी।
चीन में पूर्णबंदी और उसके बाद उपजे विद्रोह के हालात, शी जिनपिंग के इस्तीफे की मांग, चीन की गिरती आर्थिक स्थिति, बड़ी-बड़ी कंपनियों का बंद होना और भारत की ओर स्थानांतरित होना, भारत की बढ़ती आर्थिक ताकत, कोरोना संकट से भारत का खुद को संभाल लेना इस सब बातों ने जिनपिंग की खीज को बढ़ा दिया।
वैसे भी चीन अपनी हरकतों से कभी बाज नहीं आता और अपने किए समझौतों पर कभी नहीं टिकता। ऐसा लगता है कि चीन की सेना को सरकारी निर्देश हैं कि बीच-बीच में भारतीय सीमा का छोटा-मोटा अतिक्रमण करके जांच करते रहो और दुश्मन की ताकत-तैयारी की थाह लेते रहो।
चंद्र प्रकाश शर्मा, रानी बाग, दिल्ली</p>