किरण बेदी ने भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित होने पर अपना पक्ष रखते हुए सफाई दी कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ काम करने में सहजता महसूस हुई थी, इसीलिए वे भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित हुई हैं। वास्तविकता ऐसी नहीं है, क्योंकि उनको न नरेंद्र मोदी के साथ काम करना है न भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ, अगर राजनीतिक मजबूरी न हो।

बड़ी बात नहीं, अगर वे मुख्यमंत्री बन भी जाती हैं तो परिवर्तन लाना लगभग असंभव है। जैसा किरण बेदी का काम और बात करने का तरीका है उससे भाजपा के लोग भी भविष्य में अपने को ठगा हुआ महसूस करेंगे, जिसकी झलक वे कुछ हद तक दे भी चुकी हैं!

यश वीर आर्य, दिल्ली

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