भ्रष्टाचारी इतना कमजोर होता है कि वह ईमानदार को पराजित और परेशान करने के लिए असमाजिक तत्त्वों का सहारा लेता, भय दिखता और हत्या भी करवा देता है। रिंकू राही हमारे सामने इसकी एक मिसाल है। भ्रष्टाचार में लिप्त माफिया ने इन्हें जान से मारने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन वे जीवित बच गए। समाज कल्याण अधिकरी रहते हुए सौ करोड़ से अधिक का घोटाला उजागर करने वाले रिंकू राही ने सात गोली लगने और एक आंख गंवा देने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी। यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की है।

रिंकू राही यूपी जिला समाज कल्याण अधिकारी के पद पर मुजफ्फरनगर में तैनात थे। जिले में करीब सौ करोड़ रुपए के छात्रवृत्ति घोटाले का पदार्फाश किया था। इसकी सूचना उन्होंने निदेशालय को दी थी। कुछ दिनों बाद उन पर जानलेवा हमला हुआ था। हमले में सात गोली लगी, एक आंख हमेशा के लिए चली गई, किसी तरह जान बच पाई। फिर राही ने आइपीएस बनने के लिए यूपीएससी की परीक्षा दी। लगातार प्रयास के बाद उन्होंने सफलता हासिल की है। वे एक मिसाल हैं।

प्रसिद्ध यादव, बाबूचक, पटना</strong>