भाजपा की प्रवक्ता नूपुर शर्मा तथा मीडिया प्रभारी, नवीन कुमार जिंदल के खिलाफ प्रदर्शन जारी हैं। भाजपा ने इन दोनों को पार्टी से निकाल दिया और उनके विरुद्ध मामला दर्ज कर दिया है। अब कानून अपना काम करेगा। मगर देश में कई लोग इससे संतुष्ट नहीं हैं। किसी भी धर्म के खिलाफ बयानबाजी भारतीय संस्कृति के खिलाफ है। भारत में अनेक धर्मों के लोग हजारों सालों से भाईचारा बना कर रहते आ रहे हैं।

मगर बीच-बीच में कुछ अति उत्साही लोग एक-दूसरे के धर्म के खिलाफ बयानबाजी करके दंगे-फसाद तथा हिंसा फैलाने की कोशिश करते हैं।
पूछा जा सकता है कि जब अफगानिस्तान में तालिबानियों ने महात्मा बुद्ध की मूर्ति को तोड़ा, पाकिस्तान में आए दिन हिंदू मंदिरों को तोड़ा जाता है, हिंदू लड़कियों को अगवा करके उनको मुसलमान बना कर जबरदस्ती निकाह कराया जाता है, तब लोग चुप क्यों रहे।

हर समाज में सहनशीलता, संयम, क्षमा की भावना पाई जाती है। जितनी स्वतंत्रता भारतीय मुसलमानों को भारत में है इतनी स्वतंत्रता तो उनको पाकिस्तान या किसी और मुसलिम देश में भी नहीं है। भारत हिंदुओं, मुसलमानों, सिख, जैन, ईसाई आदि लोगों का देश है। सभी को संविधान के मुताबिक एक जैसे अधिकार दिए गए हैं।

भारत में संविधान सर्वोपरि है। अगर देश सुरक्षित है, तो सब धर्म भी सुरक्षित रहेंगे। देश के बिना धर्म कहां? नूपुर शर्मा तथा नवीन कुमार जिंदल द्वारा मोहम्मद साहब के खिलाफ विवादित बयान की आड़ में गुमराह भारतीय मुसलमान तथा दूसरे देश भारतीय मामलों में हस्तक्षेप करना बंद करें। भारतीय कानून तथा संविधान अपराधियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करना जानता है।

यहां यह बात स्पष्ट कर देनी चाहिए कि अधिकांश भारतीय हिंदू नूपुर शर्मा तथा नवीन कुमार जिंदल की मोहम्मद साहब के खिलाफ विवादित बयान का समर्थन बिल्कुल नहीं करते। सरकार भी इनके खिलाफ उचित कार्रवाई करेगी।

शाम लाल कौशल, रोहतक