बेकाबू दाम

पहले नोटबंदी और उसके कुछ महीनों बाद वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू करने के मोदी सरकार के फैसले बिना किसी तैयारी और उतावलेपन में किए गए लगते हैं। ऐसा इसलिए कि नोटबंदी के बाद भी आएदिन सरकार ने नियम बदले थे और अब जीएसटी के मामले में भी वही किया जा रहा है। सरकार ने अब फिर लगभग 178 चीजों पर जीएसटी घटा कर बेशक आम जनता को राहत दी है, मगर सवाल है कि क्या सरकार को पहले नहीं पता था कि इन वस्तुओं पर जीएसटी ज्यादा लगाने से आमजन पर महंगाई की मार पड़ेगी? आज रोजमर्रा के इस्तेमाल की वस्तुओं के दाम, जिनमें सब्जियां भी शामिल हैं, सुरसा के मुंह की तरह बढ़ते जा रहे हैं। इन बढ़े हुए दामों को नियंत्रित करने के लिए मोदी सरकार को कुछ प्रयास करने चाहिए, तभी आएंगे मध्यम और गरीब परिवारों के अच्छे दिन।
’राजेश कुमार चौहान, जालंधर

हवा में जहर

मौसम और पराली के धुएं के कारण दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। बढ़ता प्रदूषण आज विश्व के हर देश के लिए एक कठिन और जानलेवा चुनौती बन कर सामने खड़ा है। तेजी से प्रगति करने के लिए प्रदूषण नियंत्रण नियमों को कुचला गया नतीजतन आज प्रदूषण इंसान की जिंदगी के लिए बड़ा खतरा बन चुका है। इसे रोकने के लिए कुछ दिनों तक प्रदूषण फैलाने वाली चीजों पर रोक लगाना एक अस्थायी समाधान है। इस गंभीर चुनौती का स्थायी समाधान आवश्यक है।
’अर्पिता पाठक, रायगढ़, महाराष्ट्र</p>

गर्व की बात

मैरी कॉम आज किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। उन्होंने पूरे विश्व में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। वे ऐसी महिला हैं जिसने बताया कि मां बन जाने के बाद एक लड़की की जिंदगी सिर्फ बच्चों या घर गृहस्थी तक सीमित नहीं रहती बल्कि वह अपने सपनों को जीने और उन्हें साकार करने का हक भी रखती है। संघर्षों के बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी। बॉक्सिंग के बारे में कहा जाता रहा है कि यह भारतीय महिलाओं के बस की बात नहीं। इस पूर्वाग्रह को न सिर्फ उन्होंने तोड़ा बल्कि विश्व विजेता और ओलंपियन भी बनीं।
मैरी कॉम के इस किरदार को अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने उनकी बायोपिक मैरी कॉम में जिया और उनका संघर्ष पूरे देश के सामने प्रस्तुत किया। इन दिनों कहा जा रहा था कि मैरी का करियर अब ढलान पर है लेकिन उन्होंने फिर अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया है। मैरी कॉम ने 48 किलोग्राम भार वर्ग में एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में आठ नवंबर को गोल्ड मेडल जीता। इस खिताबी मुकाबले में मैरी कॉम ने उत्तर कोरिया की किम हयांग-मी को हराया। पांच बार की विश्व चैंपियन और वर्तमान राज्यसभा सांसद बॉक्सर एमसी मैरी कॉम ने एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप टूर्नामेंट में जापानी बॉक्सर को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी।
मैरी कॉम की यह सफलता पूरे देश और खासतौर पर महिलाओं के लिए गर्व की बात है। अगर आप में समर्पण, त्याग, हौसला और दृढ़ इच्छाशक्ति है तो कोई भी आपको आगे बढ़ने से नहीं रोक सकता।
’शिल्पा जैन सुराणा, वारंगल