Top 5 largest economies in the world in 2024: किसी भी देश की इकोनॉमी को पता करने के लिए सबसे बड़ा पैमाना GDP होती है। जीडीपी यानी Gross Domestic Production (सकल घरेलू उत्पाद)। आज हम बात करेंगे GDP के लिहाज से दुनिया की 5 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (top 5 largest economies in the world) कौन सी हैं। जीडीपी यानी gross domestic product (GDP) देश में एक अवधि में उत्पादन होने वाली वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य को मापती है। इसमें उन सामानों को भी शामिल किया जाता है जिनका प्रोडक्शन देश के बॉर्डर यानी सीमा के अंदर विदेशी कंपनियां करती हैं। सरल शब्दों में कहें तो जीडीपी देश की इकोनॉमी की हेल्थ को बयान करती है।
आपको बता दें कि अब भारत की गिनती दुनिया की टॉप 5 इकोनॉमी में होती है। IMF के डेटा के मुताबिक, अमेरिका, चीन, जर्मनी, जापान और भारत फिलहाल दुनिया की 5 सबसे (top 5 richest countries बड़ी अर्थव्यवस्था हैं।
रैंकिंग और देश का नाम | GDP (USD) | GDP Per Capita (USD) |
1. यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका | 28.78 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर | 85.37 हजार डॉलर |
2.चीन | 18.53 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर | 13.14 हजार डॉलर |
3. जर्मनी | 4.59 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर | 54.29 हजार डॉलर |
4. जापान | 4.11 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर | 33.14 हजार डॉलर |
5. भारत | 3.94 ट्रिलियन अमेरिका डॉलर | 2.73 हजार डॉलर |
यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका (United States of America)
रीजन: उत्तरी अमेरिका
ऐनुअल जीडीपी ग्रोथ रेट: 2.7 प्रतिशत
यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के साथ ही सबसे रईस देश भी है। साल 1960 से लेकर 2023 तक यूएस ने अपनी इस खिताब को सहेज कर रखा है। इसकी अर्थव्यवस्था सेवाओं, विनिर्माण, वित्त और प्रौद्योगिकी सहित कई दूसरे महत्वपूर्ण सेक्टरों द्वारा संचालित होती है और काफी विविध है। संयुक्त राष्ट्र अमेरिका एक बड़ा कंज्यूमर मार्केट है और इनोवेशन व उद्यमशीलता को बढ़ावा देता है। फ्लेक्सिबल यानी लचीले बुनियादी इन्फ्रास्ट्रक्चर होने के चलते यहां बिजनेस करने के लिए माहौल काफी बढ़िया है।
चीन (China)
रीजन: ईस्ट एशिया
ऐनुअल जीडीपी ग्रोथ रेट: 4.6 प्रतिशत
चीन ने पिछले कुछ सालों में इकोनॉमी के लिहाज से काफी तरक्की कर ली है। 1960 में चौथे नंबर पर रहने वाली यह अर्थव्यवस्था 2023 में दूसरे नंबर पर पहुंच गई है। चीनी इकोनॉमी का सबसे बड़ा आधार मैन्युफैक्चरिंग, एक्सपोर्ट्स और इन्वेस्टमेंट यानी निवेश है। चीन के पास एक बड़ी वर्कफोर्स, मजबूत सरकारी सपोर्ट, इन्फ्रास्ट्र्रक्चर और तेजी से एक्सपेंड होने वाला कंज्यूमर मार्केट है।
जर्मनी (Germany)
रीजन: नॉर्थ-सेंट्रल यूरोप
ऐनुअल जीडीपी ग्रोथ: 0.2%
जर्मन इकोनॉमी का सबसे बड़ा आधार एक्सपोर्ट है और इंजीनियरिंग, ऑटोमोटिव, केमिकल व फार्मास्युटिकल सेक्टर में एक्सपर्टीज के लिए दुनियाभर में इसका नाम है। जर्मनी द्वारा इसकी कुशल वर्कफोर्स,मजबूत अनुसंधान और इनोवेशन को बढ़ावा देने की स्पष्ट प्रतिबद्धता से इसकी इकोनॉमी को जबरदस्त लाभ मिलता है।
जापान (Japan)
रीजन: ईस्ट एशिया
ऐनुअल जीडीपी ग्रोथ: 0.9%
जापान दुनिया की जाना-मानी और चौथी सबसे बड़ी इकोनॉमी है। और इसका श्रेय वहां की एडवांस्ड टेक्नोलॉजी, मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस और सर्विस इंडस्ट्री को जाता है। जापान कई बड़े सेक्टर्स जैसे ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रॉनिक, मशीनरी और फाइनेंशियल डोमेन में बेहतर काम कर रहा है। इसके अलावा जापान को अपनी कार्य नीति, एडवांस टेक्नोलॉजी में सबसे आगे रहने और सुपीरियर क्वालिटी के एक्सपोर्ट के लिए भी जाना जाता है।
भारत (India)
रीजन: साउथ एशिया
ऐनुअल जीडीपी ग्रोथ: 6.8%
IMF ने अप्रैल 2024 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था। जुलाई 2024 में इसने अपने अनुमान को 20 बेसिस पॉइन्ट से रिवाइस कर 7 प्रतिशत कर दिया। इसके पीछे IMF ने तर्क दिया था कि बेहतर प्राइवेट कंजम्पशन खासकर ग्रामीण भारत में, अर्थव्यवस्था को बेहतर करने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। 2024 में GDP रैंकिंग में भारत 5वां सबसे बड़ा देश है। भारत की अर्थव्यवस्था काफी विविध है और अलग-अलग ग्रोथ व सेक्टर जैसे इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी, सर्विसेज, एग्रीकल्चर और मैन्युफैक्चरिंग पर आधारित है। बड़े वर्क फोर्स और मिडिल क्लास आबादी के चलते भारत का घरेलू मार्केट बहुत बड़ा है और यहां बड़ी संख्या में युवा व टेक्नोलॉजी फ्रेंडली वर्कफोर्स उपलब्ध है।