World’s 10 most powerful countries in 2025: फोर्ब्स ने दुनिया के 10 सबसे ताकतवर देशों की लेटेस्ट लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में यूनाइटेड स्टेट्स नंबर 1 पर काबिज है जबकि पड़ोसी चीन को दूसरी पोजिशन मिली है। वहीं इजरायल सबसे पावरफुल देशों की लिस्ट में 10वें नंबर पर है। बता दें कि यह रैंकिंग कई अलग-अलग फैक्टर्स पर आधारित होती है। लेकिन बड़ी आबादी, दुनिया की चौथी सबसे बड़ी मिलिट्री और पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के बावजूद भारत को इस लिस्ट में जगह नहीं मिलने से बहस छिड़ गई है।
Forbes ने स्पष्ट किया है कि इस लिस्ट को US News ने बनाई है और रैंकिंग के लिए पांच बड़े पैरामीटर्स: लीडरशिप, इकोनॉमिक इन्फ्लुएंट, पॉलिटिकल पावर, मजबूत अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन और सैन्य शक्ति का ध्यान रखा गया।
रैंकिंग पद्धति को ग्लोबल मार्केटिंग फर्म, डब्ल्यूपीपी (WPP) की एक इकाई BAV Group द्वारा पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल के प्रोफेसर डेविड रीबस्टीन के नेतृत्व में शोधकर्ताओं के सहयोग से और यूएस न्यूज एंड वर्ल्ड रिपोर्ट के सहयोग से विकसित किया गया था।
दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश है यूनाइटेड स्टेट्स
इस बार भी दुनिया के 10 सबसे शक्तिशाली देशों में यूनाइटेड स्टेट्स सबसे आगे बना हुआ है। मजबूत और अलग-अलग तरह की इंडस्ट्रीज, सैन्यशक्ति पर ज्यादा खर्च व टॉप आईटी (information technology) कंपनियों की मौजूदगी ने यूएस को दुनिया की सबसे ताकतवर अर्थव्यवस्था बनने में मदद की।
चीन, दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर है। टेक्नोलॉजी में मजबूत विकास की विशेषता, खासतौर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में, जिसमें रूस अपनी वैश्विक स्थिति (Global Position) को बढ़ाने के लिए अपने समृद्ध प्राकृतिक संसाधनों और सैन्य क्षमताओं का इस्तेमाल करते हुए काफी पीछे है।
रैंक | देश | जीडीपी | आबादी | रीजन |
1 | यूनाइटेड स्टेट्स | 27.4 ट्रिलियन डॉलर | 335 मिलियन | नॉर्थ अमेरिका |
2 | चीन | 17.8 ट्रिलियन डॉलर | 1.41 बिलियन | एशिया |
3 | रूस | 2.02 ट्रिलियन डॉलर | 144 बिलियन | एशिया |
4 | यूनाइटेड किंगडम | 3.34 ट्रिलियन डॉलर | 68.4 मिलियन | यूरोप |
5 | जर्मनी | 4.46 ट्रिलियन डॉलर | 84.5 मिलियन | यूरोप |
6 | दक्षिण कोरिया | 1.71 ट्रिलियन डॉलर | 51.7 मिलियन | एशिया |
7 | फ्रांस | 3.03 ट्रिलियन डॉलर | 68.2 मिलियन | यूरोप |
8 | जापान | 4.21 ट्रिलियन डॉलर | 125 मिलियन | एशिया |
9 | सऊदी अरब | 1.07 ट्रिलियन डॉलर | 36.9 मिलियन | एशिया |
10 | इजरायल | 510 बिलियन डॉलर | 9.76 मिलियन | एशिया |
इसके अलावा, यूनाइटेड किंगडम तेजी से खुद को टेक्नोलॉजी स्टार्टअप के लिए एक मजबूत केंद्र के रूप में स्थापित कर रहा है, जबकि जर्मनी हरित ऊर्जा समाधानों (green energy solution) में प्रगति के मामले में सबसे आगे है।
ज्यादा उम्र वाली आबादी की चुनौतियों के बावजूद दक्षिण कोरिया व जापान जैसे एशियाई देशों सबसे ताकतवर राष्ट्रोंकी लिस्ट में अपनी जगह बना सके। इसकी वजह एडवांस टेक्नोलॉजी में इनका आगे रहना है। दक्षिण कोरिया टेक्नोलॉजिकल और रिन्यूएबल एनर्जी इनोवेशन में लीड कर रहा है जबकि जापान सेमीकंडक्टर प्रोडक्शन और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में जमकर बड़ा निवेश कर रहा है।
सबसे शक्तिशाली देशों की लिस्ट में भारत किस नंबर पर?
फरवरी 2025 की बात करें तो दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में भारत 12वें नंबर पर है। यह स्थिति भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था, प्रभावशाली अंतरराष्ट्रीय साझेदारी और सैन्य क्षमताओं को ध्यान में रखकर दी गई है। बात करें ग्लोबल जीडीपी (Global GDP) की तो भारत पांचवे नंबर पर है। यूएस, चीन, जर्मनी और जापान जीडीपी के मामले में भारत से आगे हैं।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को पीछे छोड़ते हुए, भारत वर्तमान में 2025 में दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में 12वें स्थान पर है, इसकी जीडीपी अनुमानित $3.55 ट्रिलियन और जनसंख्या 1.43 बिलियन है।