शेयर बाजार को रेग्युलेट करने वाली संस्था सेबी ने नियमों के उल्लंघन को लेकर अनिल अंबानी पर जुर्माना लगाया है। ये जुर्माना 21 साल पुराने मामले में लगाया गया है। इस जुर्माने की खबर के बीच अब शेयर बाजार में निवेशकों को बड़ा नुकसान हो रहा है।
कैसे हो रहा है नुकसान: दरअसल, अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप की प्रमुख कंपनियां-रिलायंस कैपिटल, रिलायंस कम्युनिकेशन, रिलायंस पावर, रिलायंस नवल और रिलायंस इंफ्रा के शेयर में बड़ी गिरावट आई है। ये वो कंपनियां हैं जो बिक्री की प्रक्रिया से गुजर रही हैं। इन कंपनियों पर कर्ज का बोझ है, यही वजह है कि इनकी संपत्ति या हिस्सेदारी बेचकर अनिल अंबानी अपना कर्ज कम करने में जुटे हैं। इसी के तहत अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने बीते दिनों मुंबई स्थित रिलायंस सेंटर को निजी क्षेत्र के येस बैंक को 1,200 करोड़ रुपये में बचने की घोषणा की। (ये पढ़ें—अनिल अंबानी का कारोबार चला रहे अडानी)
इस खबर के बाद शेयर बाजार में रिलायंस ग्रुप की लगभग सभी कंपनियों के शेयर में बूस्ट देखने को मिली। आपको बता दें कि साल 2021 में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (आर इंफ्रा) ने तीन बड़े सौदों को पूरा किया है। इसमें सड़क संपत्ति की बिक्री भी शामिल है। इस सौदों की वजह से कर्ज का बोझ कम हुआ है।
मुकेश अंबानी की कंपनी का हाल: आपको बता दें कि सेबी ने जुर्माना अनिल अंबानी के साथ, उनके भाई मुकेश अंबानी पर भी लगाया है। हालांकि, मुकेश अंबानी ने इसके खिलाफ अपनी करने की बात कही है। बहरहाल, इस खबर के बाद रिलायंस इंडस्ट्री के शेयर में बड़ी गिरावट आई है। शेयर का भाव 1982.65 रुपये के स्तर पर है। इसके शेयर में 1.11 फीसदी की गिरावट आई है। इसका मार्केट कैपिटल 12 लाख 57 हजार करोड़ रुपये है।
क्यों लगा है जुर्माना: सेबी का कहना है कि रिलायंस के प्रमोटर्स और संबंधित अन्य लोगों ने साल 2000 में कंपनी में 5 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी खरीदी थी, जो नियमों का उल्लंघन है। ये वो वक्त था जब रिलायंस ग्रुप का बंटवारा नहीं हुआ था। इस दौरान अनिल और मुकेश अंबानी एक साथ पिता के मार्गदर्शन में काम कर रहे थे। साल 2005 में बंटवारा होने के बाद दोनों भाइयों की राह अलग हो गई। (ये पढ़ें—मित्तल और अंबानी की कंपनी के बीच हुई डील!)