बैंकिंग आज के समय की जरूरत है। यही वजह है कि बैंक में खाता खोलने की प्रक्रिया को सरल किया जाता रहा है। बैंक खाते में जमा रकम पर ब्याज तो मिलता ही है, जरूरत पड़ने पर आप ऋण भी ले सकते हैं। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि जो बैंक आपके खाते में जमा रकम पर ब्याज देता है, वही बैंक रकम कम होने पर जुर्माना भी वसूलता है।

कई बार सामान्य ग्राहक बैंकों के ऐसे नियमों से वाकिफ नहीं होते हैं जिसका नतीजा आर्थिक नुकसान के रूप में सामने आता है। देश के लगभग सभी बैंकों ने यह नियम बना रखा है कि ग्राहकों को अपने खाते में एक तय रकम बतौर न्यूनतम बैलेंस रखना ही होता है। यह रकम नहीं होने पर बैंक अपने ग्राहक के खाते पर जुर्माना लगा देते हैं। इसी तरह एटीएम कार्ड के लिए भी बैंक शुल्क लेते हैं। आपको जानकर हैरत होगी कि पिछले एक साल में सावर्जनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने 170 करोड़ रुपये की रकम केवल जुर्माने के रूप में ही कमाई है।

RTI में दी जानकारी– सूचना का अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी के जवाब में पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने यह उत्तर दिया है। बैंक ने पिछले वित्त वर्ष (2020-21) के दौरान खातों में मिनिमम बैलेंस नहीं रखने वाले ग्राहकों से बतौर पेनाल्टी 170 करोड़ रुपये कमाए हैं। इससे पहले 2019-20 में बैंक ने इस तरह से 286.24 करोड़ रुपये की कमाई की थी।

एक बार फिर आपको बता दें कि सभी बैंक तिमाही आधार पर खातों में मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर शुल्क वसूलते हैं। मध्यप्रदेश के आरटीआई एक्टिविस्ट चंद्र शेखर गौड़ के सवालों के जवाब में पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने बताया कि उसने मिनिमम बैलेंस शुल्क से 2020-21 की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) में 35.46 करोड़ रुपये की कमाई की। दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) में बैंक ने एक भी रुपये वसूल नहीं किए। इसके बाद बैंक ने तीसरी (अक्टूबर से दिसंबर) और चौथी तिमाही (जनवरी से मार्च) में क्रमश: 48.11 करोड़ रुपये और 86.11 करोड़ रुपये वसूल किए। इस तरह पूरे वित्त वर्ष में बैंक को मिनिमम बैलेंस शुल्क से 170 करोड़ रुपये की कमाई हो गई।

ATM ट्रांजैक्शन से भी कमाई- एटीएम (ATM) से लेन-देन करने पर लिए जाने वाले शुल्क से पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने 2020-21 में 74.28 करोड़ रुपये की कमाई की है। यह कमाई 2019-20 में 114.08 करोड़ रुपये की थी। बैंक ने बताया कि उसने सरकार की गाइडलाइन के चलते 2020-21 की पहली तिमाही में यह शुल्क माफ कर दिया था।

एक अगस्त से महंगा हुआ ATM ट्रांजैक्शन– उल्लेखनीय है कि एटीएम से लेन-देन पर लिए जाने वाला शुल्क इस साल एक अगस्त से बढ़ गया है। रिजर्व बैंक की नई गाइडलाइन के अनुसार अब एटीएम से वित्तीय लेन-देन करने पर प्रति ट्रांजैक्शन 17 रुपये शुल्क लागू हुआ है। पहले यह 15 रुपये था। इसी तरह गैर वित्तीय लेन-देन पर शुल्क पांच रुपये से बढ़ाकर छह रुपये कर दिया गया है।