जब भी परिवार में कोई आर्थिक संकट पैदा होता है तो सभी अपने घर पर रखे गोल्ड की ओर देखते हैं। कहावट भी है कि घर पर रखा सोना हमेशा आड़े वक्त पर काम आता है। आज वो बात चरितार्थ होती नजर आ रही है। महामारी के कारण लगे लॉकडाउन और उससे पैदा हुए आर्थिक संकट को देश का एक बड़ा हिस्सा झेल रहा है। कई परिवारों के लिए, अपने गोल्ड को गिरवी रखना ही एकमात्र रास्ता है।
परिवारों को बच्चों की शिक्षा खर्च, मेडिकल इमरजेंसी या अन्य जरूरतों के भुगतान के लिए अपने कीमती आभूषणों के साथ भाग लेना पड़ा है। हालांकि, सोने की ऊंची कीमतों और कम ब्याज दरों ने मौद्रिक संदर्भ में प्रभाव को कम किया है, जिससे धन जुटाना अपेक्षाकृत आसान हो गया है। आइए आपको भी बताते हैं कि देश के वो कौन–कौन से बैंक हैं तो गोल्ड लोन सस्ती दरों पर प्रोवाइड करा रहे हैं।
पर्सनल लोन से है इंटरेस्ट रेट काफी कम – जब भी लोगों को किसी काम के लिए पैसों की जरूरत होती है। तो ज्यादातर लोग पर्सनल लोन लेना पसंद करते हैं। लेकिन पर्सनल लोन का इंटरेस्ट रेट 14 फीसदी तक होता है। लेकिन अगर आपके घर में गोल्ड है तो आप बहुत 7 प्रतिशत के इंटरेस्ट रेट गोल्ड लोन ले सकते हैं। इसमें आपको सीधे 7 फीसदी की बचत भी होगी।
क्या है खासियत : – गोल्ड लेते वक्त क्रेडिट स्कोर नहीं देखा जाता है।
>> गोल्ड लोन पूरी तरह से सिक्योर्ड लोन है।
>> गोल्ड लोन पर्सनल लोन के मुकाबले काफी आसानी से और सस्ती दरों पर मिलता है।
>> बैंक या एनबीएफसी लोन की रकम और ब्याज का भुगतान करने के लिए कई ऑप्शन देते हैं।
>> आप समान मासिक किस्तों में भुगतान के अलावा एकमुश्त मूल भुगतान के दौरान ब्याज भर सकते हैं।
>> अगर लोन नहीं चुका पाते हैं तो आपका सोना जब्त भी हो सकता है।
>> अगर गोल्ड की कीमत गिरती है तो बैंक कर्जदाता से एक्स्ट्रा गोल्ड रखने के लिए कह सकता है।
>> गोल्ड लोन लेना तभी सही है जब आपको कुछ समय के लिए पैसों की जरूरत हो।
>> घर खरीदने जैसे बड़े खर्च के लिए उनका इस्तेमाल करना ठीक नहीं है।
>> ज्यादा गोल्ड लोन की जरुरत है तो आपके पास पैन कार्ड, आधार कार्ड होना जरूरी है।
>> आपको एड्रेस प्रूफ भी देना होता है।
>> आपने जहां से भी गोल्ड खरीदा है उसका बिल भी देना पड़ सकता है।
बैंक | ब्याज दर |
फेडरल बैंक | 6.99 फीसदी |
पंजाब एंड सिधं बैंक | 7.00 फीसदी |
एसबीआई | 7.00 फीसदी |
पीएनबी | 7.25 फीसदी |
केनरा बैंक | 7.35 फीसदी |
इंडियन बैंक | 8.00 फीसदी |
बैंक ऑफ इंडिया | 8.40 फीसदी |
कर्नाटका बैंक | 8.49 फीसदी |
यूको बैंक | 8.50 फीसदी |
एचडीएफसी बैंक | 8.50 फीसदी |
जेएंडके बैंक | 8.75 फीसदी |
सेंट्रल बैंक | 8.85 फीसदी |