कार यूजर्स अगर बहुत कम ड्राइव करते हैं और फिर भी नॉर्मल रेट पर ही अपनी कार के इंश्योरेंस खरीदते हैं। तो ये आपके लिए घाटे का सौदा है। क्योंकि इंश्योरेंस सेक्टर के नियम के अनुसार जो कार कम चलती है। उसके साथ दुर्घटना की संभावना भी कम रहती है। इसलिए ऐसी कारों का इंश्योरेंस नॉर्मल रेट्स से कम कीमत पर होता है। अगर आपको इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि हम आपको बताने वाले है कि, आप रियायत के साथ कैसे अपनी कार के लिए इंश्योरेंस खरीद सकते हैं।
ड्राइविंग रिकॉर्ड जरूर चेक करें- आप खुद से सवाल कर सकते हैं कि, आपका ड्राइविंग रिकॉर्ड कैसा है। मसलन आपकी कार का पिछले सालों में कितनी बार एक्सीडेंट हुआ है। क्या आपने ट्रैफिक नियमों को तोड़ा है। इसके अलावा आपने लापरवाही या नशे की हालत में कब ड्राइविंग की है। अगर इसमें से आपके साथ कुछ भी हुआ है। तो आपके इंश्योरेंस का क्लेम बढ़ सकता है। वहीं अगर आपने बीते सालों में इंश्योरेंस कंपनी के पास कोई क्लेम नहीं किया। तो आपका इंश्योरेंस प्रीमियम कम हो सकता है। इसके अलावा कई दूसरी वजह भी हैं। जिसके जरिए आपका इंश्योरेंस क्लेम कम हो सकता है।
क्रेडिट स्कोर भी इंश्योरेंस प्रीमियम पर डालता है असर – आपके क्रेडिट स्कोर का असर आपके पर्सनल इंश्योरेंस स्कोर पर भी असर करता है। आपको बता दें क्रेडिट स्कोर का यूज आपके साथ जुड़े जोखिम के आंकड़ो को जानने के लिए किया जाता है। अगर आपको क्रेडिट स्कोर कम है तो आपकी कार के इंश्योरेंस का प्रीमियम भी बढ़ सकता है। इसलिए कोशिश करें कि, आपका क्रेडिट स्कोर कभी 750 से नीचे न आए।
ड्रइविंग स्टाइल भी है एक वजह – अगर आप बहुत रफ ड्राइविंग करते हैं तो आपके साथ दुर्घटना की संभावना भी ज्यादा होती है। इसके साथ ही अगर आप कम ड्राइविंग करते हैं तो इसके बारे में इंश्योरेंस कंपनी को जरूर बताए। क्योंकि गाड़ी कम चलाने से आप प्रीमियम की कम दर पाने के हकदार हो सकते हैं।
नो क्लेम बोनस (NCB) – एनसीबी एक डिस्काउंट है जो आम तौर पर देय प्रीमियम पर 20 से 50 प्रतिशत तक होती है। इसका दावा पॉलिसी खरीदते समय नहीं किया जा सकता, बल्कि क्लेम-फ्री रिकॉर्ड बनाए रखकर इसके लिए दावा किया जा सकता है। यह बीमाकर्ता द्वारा पॉलिसीधारक को दी जाने वाली छूट है, जो केवल पॉलिसी के रिन्यूअल पर उपलब्ध होती है।
वहीं ध्यान देने वाली बात है कि, NCB पॉलिसीधारक से संबंधित है न कि कार से। इसलिए, अगर आप पॉलिसी के रिन्यूअल के समय किसी अन्य बीमाकर्ता के पास जाते हैं या अगर आप अपनी मौजूदा कार को बदलकर एक नई कार खरीदते हैं, तो आप अपना एनसीबी बरकरार रख सकते हैं।