Paytm Crisis: अब से कुछ साल पहले की ही बात है, जब हमें मोबाइल डिजिटल पेमेंट्स की ABCD तक नहीं पता थी। देश में डिजिटल पेमेंट जैसी कोई चीज शायद थी ही नहीं। ऑनलाइन पेमेंट्स के लिए हम इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल जरूर करते थे। लेकिन साल 2011 आते-आते एक नया नारा लोगों की जुबान पर चढ़ने लगा, वो था Paytm Karo…

जी हां, याद आया कुछ? अब भी जब कोई पूछता है कि ऑनलाइन पेमेंट करना है, तो हम फटाक से जवाब देते हैं, हां पेटीएम करो। 2010 में लॉन्च होने के बाद से पेटीएम ने ऐसी रफ्तार पकड़ी कि यह देश का सबसे बड़ा डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म बन गया। शुरुआत में सिर्फ डिजिटल पेमेंट, रिचार्ज जैसे जरूरी कामों के लिए इस्तेमाल होने वाला यह ऐप धीरे-धीरे हमारे जिंदगी के रोजमर्रा के बहुत सारे कामों के लिए One-to-Go ऐप बन गया। पानी का बिल भरना हो या बिजली का बिल, मूवी टिकट या ट्रेन टिकट, रिचार्ज करना हो या बैंक में पैसे ट्रांसफर करना हो, क्रेडिट कार्ड बिल और इंश्योरेंस पॉलिसी प्रीमियम, हर काम इस एक ऐप से एक क्लिक पर किया जा सकता है।

लेकिन ऐसा नहीं है कि पेटीएम के लिए यह सफर आसान रहा हो। पेटीएम लॉन्च होने के बाद Google ने देश में अपना डिजिटल पेमेंट Google Pay (GPay) लॉन्च किया। वॉलमार्ट पावर्ड PhonePe से भी पेटीएम को टक्कर मिली। लेकिन वो कहते हैं ना कि जो सबसे पहले आया, वो दिलो-दिमाग पर छा गया, शायद यही एक कारण है कि आज भी ऑनलाइन पेमेंट को एक तरह से पेटीएम का पर्यायवाची कहा जा सकता है।

यूपी के अलीगढ़ के रहने वाले विजय शेखर शर्मा ने देश के सबसे बड़े डिजिटल पेमेंट ऐप यानी Paytm की शुरुआत की थी। अलीगढ़ से स्कूलिंग करने वाले विजय शेखर शर्मा ने दिल्ली आकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और फिर indistite.com, कॉन्टेन्ट मैनेजमेंट कंपनी Xs बनाई। इसके बाद 2000 में पेटीएम की पेरेंट कंपनी One97 Communications की शुरुआत की। आज हर छोटी-बड़ी दुकान, सब्जी विक्रेता हो या बाजार में रेहड़ी-पटनी लगाने वाला शख्स, सबसे पास डिजिटल पेमेंट ऑप्शन उपलब्ध है। निश्चित तौर पर इसका बहुत बड़ा श्रेय भारत की डिजिटल क्रान्ति में बड़ी भूमिका निभाने वाले पेटीएम को जाता है। यहां पढ़ें विजय शेखर शर्मा की पूरी कहानी…

30 करोड़ एक्टिव Paytm Users

पेटीएम का दावा है कि ऐप को फिलहाल 30 करोड़ लोग इस्तेमाल करते हैं। वहीं 3 करोड़ मर्चेन्ट कंपनी के प्लेटफॉर्म पर हैं। लेकिन 31 जनवरी 2024 को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) द्वारा पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (PPBL) पर कार्रवाई के बाद पेटीएम के करोड़ों यूजर्स परेशान हैं। वे कन्फूयजन में हैं कि उनके पैसे का अब क्या होगा? क्या वे 29 फरवरी के बाद भी पेटीएम यूपीआई (Paytm UPI) चला पाएंगे या नहीं? पेटीएम वॉलेट, फास्टैग, डिजिटल वॉलेट का क्या होगा? एक आम यूजर के मन में बहुत सारे सवाल हैं और यही वजह है कि पेटीएम और पेटीएम के मालिक विजय शेखर शर्मा की तरफ से लगातार इस बारे में स्पष्टीकरण दिया जा रहा है।

Paytm और Paytm Payment Bank दोनों अलग-अलग

हम आपको बता दें कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक में जमा आपका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है। और आपको बिल्कुल घबराने की जरूरत नहीं है। सबसे पहले तो आप ये जान लें कि पेटीएम ऐप और Paytm Payment Bank दोनों अलग कंपनियां हैं। गौर करने वाली बात है कि RBI ने बैंक विंग पर कार्रवाई की है और ऐप पर किसी तरह का कोई एक्शन नहीं दिया गया है। पेटीएम ऐप की पेरेंट कंपनी One97 Communications है। पेटीएम पेमेंट बैंक में पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा के 51 प्रतिशत शेयर हैं जबकि 49 प्रतिशत शेयर वन97 कम्युनिकेशंस के हैं।

Paytm Payments Bank में जमा आपके पैसा का क्या होगा?

आपको बता दें कि पेटीएम वॉलेट, फास्टैग और मर्चेन्ट पेमेंट यानी दुकानों पर होने वाले डिजिटल ट्रांजैक्शन, पेटीएम पेमेंट बैंक के जरिए होती है। इसीलिए आरबीआई के एक्शन के बाद इन सर्विसेज पर असर पड़ेगा। आपको बता दें 2017 में आरबीआई ने पेटीएम को पेमेंट बैंक खोलने की अनुमति दी थी। आपको बता दें पेमेंट बैंक, आम कमर्शियल बैंक से अलग होते हैं। इन बैंकों को लोन देने की सुविधा नहीं मिलती है। यही वजह है कि पेटीएम पर जो लोन ऑफर किया जाता है वह दूसरी फाइनेंस कंपनियों के जरिए दिया जाता है। वहीं पेमेंट बैंक में जमा होने वाली राशि भी सरकारी बॉन्ड में डिपॉजिट होती है। यही एक सबसे बड़ी वजह है कि लोगों का पैसा वॉलेट में पूरी तरह से सेफ है।

Paytm Payments Bank के जरिए काले पैसे को बनाया गया सफेद?

रिजर्व बैंक का कहना है कि पेटीएम पेमेंट बैंक में काफी गड़बड़ियां हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैंक में अकाउंट खोलने से पहले KYC (Know Your Customer) की प्रक्रिया पूरी करनी होती है औ पेटीएम पेमेंट बैंक में KYC उल्लंघन हुआ है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में पता चला है कि पेमेंट बैंक में एक पैन कार्ड (Pan Card) पर 1000 तक अकाउंट खोले गए। वॉलेट में करोड़ों रुपये का ट्रांजैक्शन हुआ और हो सकता है कि यह मनी लॉन्ड्रिंग के चलते हुआ है।

Paytm का क्या कहना है?

पेटीएम मैनेजमेंट का कहना है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक बिजनेस को लेकर लगातार आरबीआई के साथ बाचतीत चल रही है। और वह पूरी तरह से हर जांच में सहयोग के लिए तैयार है। मालिक विजय शेखर शर्मा ने कहा कि डिजिटल पेमेंट और सर्विस ऐप पेटीएम काम कर रहा है और 29 फरवरी के बाद भी हमेशा की तरह काम करता रहेगा। Paytm Karo चैंपियन रहेगा। इसके साथ ही विजय शेखर शर्मा ने कंपनी से किसी भी तरह की नौकरी में छंटनी से भी इनकार किया है।

Paytm के शेयर हुए धड़ाम

31 जनवरी 2024 को आरबीआई के आदेश के बाद लगातार चार कारोबारी सत्र में वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के शेयरों में गिरावट हो रही है। पेटीएम के शयर 40 फीसदी तक गिर गए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स में खबरें थीं कि मुकेश अंबानी के मालिकाना हक वाली Jio Financial Services के साथ Paytm Wallet बिजनेस खरीदने को लेकर बातचीत चल रही है। लेकिन एक रेगुलेटरी फाइलिंग में जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने इस तरह की सभी रिपोर्ट्स को ‘काल्पनिक’ करार दिया है।

Paytm Payment Bank गया तो आगे क्या?

ग्राहकों के साथ-साथ कर्मचारियों के मन में भी ये सवाल हैं कि पेटीएम पेमेंट बैंक का भविष्य क्या है? खबरें हैं कि पार्टनर के तौर पर कोई और बैंक अब पेटीएम पेमेंट बैंक की जगह ले सकता है। ग्राहकों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा और जो बदलाव आएगा, वो सिर्फ बैंक एंड पर ही होगा। लेकिन ध्यान रहे की रिजर्व बैंक की मंजूरी के बिना कुछ भी संभव नहीं है।