इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) को महाराष्ट्र में बड़ा झटका लगा है। लाइवमिंट की रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र सरकार ने प्रदेश में ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के कुल 450 स्टोर्स में से 90% शोरूम बंद करने का फैसला किया है। बता दें कि ओला इलेक्ट्रिक देश की दिग्गज इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी है, यह कंपनी भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बेचती है। अब ऐसी खबरें है कि इस ऑटो कंपनी के 90% शोरूम को महाराष्ट्र में बंद कर दिया जाएगा, आइए जानते हैं…
क्यों महाराष्ट्र में बंद होंगे ओला इलेक्ट्रिक के 90% शोरूम?
रिपोर्ट में महाराष्ट्र में ओला इलेक्ट्रिक के 90% शोरूम बंद करने की वजह भंडारण के लिए परमिट की कमी बताया जा रहा है। इस कदम से देश के सबसे बड़े मार्केट में से एक में टू-व्हीलर की आपूर्ति बाधित होने की आशंका है।
‘अमेरिका से जबरन भारत लौटने को मजबूर…’ नौकरी गई तो बच्चों का भविष्य खतरे में?
ओला इलेक्ट्रिक के लिए महाराष्ट्र बहुत महत्वपूर्ण राज्य
महाराष्ट्र ओला इलेक्ट्रिक के लिए एक महत्वपूर्ण राज्य है, क्योंकि पिछले वित्तीय वर्ष में 2,12,000 यूनिट्स के साथ यह देश में ईवी टू-व्हीलर की बिक्री में अग्रणी रहा है। ओला की देश भर में हुई 3,44,000 यूनिट्स में से 41,000 से अधिक बिक्री इसी राज्य से हुई, जिससे यह उनकी बिक्री और ब्रांड उपस्थिति का केंद्र बन गया। हालांकि, कंपनी को महाराष्ट्र में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि वहां उसके अधिकांश शोरूम के पास वैध व्यापार प्रमाणपत्रों का अभाव है, जो ऑपरेशन अनुपालन संबंधी बड़ी समस्याओं का संकेत देता है।
ओला की मार्केट हिस्सेदारी में साल-दर-साल गिरावट
ओला की बाजार हिस्सेदारी में साल-दर-साल आधार पर गिरावट आई है, जो वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 60,500 इलेक्ट्रिक वाहन बेचने के बाद 33.4 फीसदी से घटकर 19.6 फीसदी हो गई। यह गिरावट पिछली नियामकीय जांच के बाद आई है, क्योंकि रिपोर्ट की गई बिक्री (25,000) और वास्तविक रजिस्ट्रेशन (8,500) के बीच अंतर था।
कंपनी अब तेज प्रतिस्पर्धा का सामना कर रही है, टीवीएस (TVS) और बजाज (Bajaj) जैसी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों ने जून की बिक्री में ओला को पीछे छोड़ दिया है, जिससे ऑपरेशन और कानूनी चुनौतियों से उबरना और मुश्किल हो गया है।
नाम, पहचान और चेहरे का पता नहीं! आखिर कौन बना दुनिया का 12वां सबसे अमीर शख्स?
ओला इलेक्ट्रिक का वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में नेट लॉस बढ़ा
ओला इलेक्ट्रिक का वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में नेट लॉस बढ़कर 428 करोड़ रुपये हो गया, जो साल-दर-साल 347 करोड़ रुपये था, क्योंकि रेवेन्यू आधा घटकर 828 करोड़ रुपये रह गया। वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में 1,644 करोड़ रुपये से यह गिरावट कमजोर बिक्री और स्थापित टू-व्हीलर वाहन निर्माताओं से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण है, हालांकि परिणाम ब्लूमबर्ग के क्रमशः 735 करोड़ रुपये और 452 करोड़ रुपये के रेवेन्यू और घाटे के अनुमान से आगे निकल गए।