कोरोना वाय़रस संक्रमण के खतरे को देखते हुए दुनिया भर की कंपनियों ने ‘वर्क फ्रॉम होम’ की नीति को अपनाया है। कॉरपोरेट कल्चर के लिए यह भले ही नई बात है और आपदा के दौर में अपनाई गई व्यवस्था है, लेकिन माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला इससे भी कहीं आगे ‘वर्क फ्रॉम बेड’ करते रहे हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने इस बात का खुलासा किया था। फिलहाल माइक्रोसॉफ्ट के कर्मचारी भी कोरोना के संकट के बीच घर से ही काम को अंजाम दे रहे हैं। सीईओ सत्या नडेला ने तहा कि वह पहले वर्क फ्रॉम बे़ड करते थे, लेकिन अब वह बेटियों के साथ ऑफिस शेयर करते हैं।
उन्होंने कहा कि पहले मैं अपने बेड से ही काम किया करता था। लेकिन अब मैं अपनी बेटियों के साथ ऑफिस शेयर कर रहा हूं, जो काफी अच्छा लग रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी बेटियों की मदद से ऑफिस का सेटअप तैयार करने का काम किया। बेटियों की मदद से मैंने कंप्यूटर और उसके आसपास अन्य चीजों को सेट किया। उससे पहले मैं बेड से ही काम करता था, लेकिन अब रीयल डेस्क से काम करता हूं।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के लॉकडाउन के चलते दुनिया भर की कंपनिय़ां वर्क फ्रॉम होम की नीति का पालन कर रही हैं। यही नहीं भविष्य में इस नीति को आगे भी बढ़ाने पर विचार चल रहा है। वर्फ फ्रॉम होम से ऑफिस के रखरखाव में लागत कम होने, आवाजाही के झंझट से मुक्ति और वर्क प्रोडक्टिविटी में भी इजाफा होने की बात की जा रही है। हाल ही में एक रिपोर्ट में भी यह बात कही गई थी कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी आने वाले दिनों में भी वर्क फ्रॉम होम कंपनियों की ओर से जारी रह सकता है।
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