आज के दौर में लोग इलेक्ट्रिक वाहन को पेट्रोल- डीजल वाहन की अपेक्षा में तुलना में अधिक तरजीह देने लगे हैं। इलेक्ट्रिक वाहन खरीदना पर्यावरण के लिहाज से एक अच्छा निर्णय है और इसकी मदद से आप पेट्रोल और डीजल पर आने वाली बड़ी लागत को भी बचा सकते हैं, जिससे आपकी रनिंग कॉस्ट भी काफी कम हो जाती है।
इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) के इन्हीं सभी फायदों को देखते हुए, एक नई ईवी लेने की योजना बना रहे हैं तो आपको कुछ बातों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, इसके कारण आप बड़ी मात्रा में अपने पैसों की बचत कर सकते हैं और सही निर्णय ले सकते हैं।
लोन की ब्याज दर: इलेक्ट्रिक वाहन लेने के लिए अगर आप लोन ले रहे हैं तो सबसे पहले आपको बैंकों की ओर से इलेक्ट्रिक वाहन और पेट्रोल- डीजल वाहन पर मिलने वाले लोन की ब्याज दर की तुलना करनी चाहिए, इससे आप काफी सारे पैसे बचा सकते हैं। इसके लिए आप कई सारे बैंकों और एनबीएफसी की ओर से कार लोन पर ऑफर की जा रही ब्याज दर की तुलना कर सकते हैं।
अपफ्रंट कॉस्ट और मेंटेनेंस कॉस्ट: कोई भी इलेक्ट्रिक कार लेने से पहले आपको अपफ्रंट कॉस्ट और मेंटेनेंस कॉस्ट का ध्यान रखना चाहिए। इलेक्ट्रिक वाहन में आपको पेट्रोल- डीजल वाहन की अपेक्षा अधिक अपफ्रंट कॉस्ट का भुगतान करना होता है। ऐसे में आपको पेट्रोल डीजल वाहन और इलेक्ट्रिक वाहन की कीमत की तुलना कर लेनी चाहिए कि आपको इलेक्ट्रिक कार की वजह से अधिक लोग तो नहीं लेना पड़ रहा है। क्योंकि अधिक लोन का मतलब है अधिक ईएमआई। ऐसे मोटी ईएमआई चुकाने में आपको मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है।
वाहन चुनना: भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में आपको उसी कंपनी का वाहन चुनना चाहिए, जिसकी तकनीक, माइलेज और फैसिलिटी सबसे अच्छी हैं। इसके आपको शहर में इलेक्ट्रिक वाहन खरीद चुके उपभोक्ताओं से भी बात करनी चाहिए और आपको अपने आसपास की चार्जिंग फैसिलिटी इसके बारे में भी जानकारी जुटानी चाहिए, जिससे आप अपने लिए एक सही इलेक्ट्रिक वाहन चुन पाए।
ऑफर और डिस्काउंट: इलेक्ट्रिक वाहनों पर देश में अलग अलग राज्य सरकारों की ओर से कई ऑफर और डिस्काउंट दिए जा रहे हैं। उदाहरण के लिए कई राज्यों में इलेक्ट्रिक वाहन के रजिस्ट्रेशन और रोड टैक्स पर छूट दी जा रही है। ऐसे में आपको इलेक्ट्रिक बाहर लेने से पहले अपने राज्य में सरकार की ओर से दिए जा रहे ऑफर और डिस्काउंट के बारे में भी पूरी जानकारी जुटानी चाहिए।