एप्पल (Apple) के लिए आईफोन (iPhone) बनाने वाली कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) भारत में इलेक्ट्रिक कार (Electric Car) बनाने की तैयारी में है। कंपनी ने हाल ही में इलेक्ट्रिक व्हीकल के तीन प्रोटोटाइप (Prototype) मॉडल को पेश किया है। कंपनी ने इस बारे में अपनी योजना का खुलासा किया है।
यह है फॉक्सकॉन की योजना
कंपनी के चेयरमैन लियू यंग-वे (Liu Young-Way) ने योजना के बारे में बताते हुआ कहा कि 2024 तक भारत, यूरोप और लैटिन अमेरिका में इलेक्ट्रिक कारें बनाने पर काम चल रहा है। इसके लिए जर्मनी की ऑटो कंपनियों से समझौता किया जा रहा है। लियू ने इससे पहले मैक्सिको में भी इलेक्ट्रिक कारें बनाने का काम शुरू करने की बातें की थी।
कंपनी चेयरमैन ने दी जानकारी
फॉक्सकॉन के चेयरमैन ने ताइपे में एक बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए इसी सप्ताह यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहले यूरोप में इलेक्ट्रिक कारें बनाने का काम शुरू होगा। इसके बाद भारत और लैटिन अमेरिका का नंबर आएगा। कंपनी ने अगले पांच-छह साल में दुनिया भर के 10 प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए कल-पुर्जे और सर्विस उपलब्ध कराने का लक्ष्य भी तय किया है।
स्थानीय कंपनी के साथ मिलकर फैक्ट्री लगाएगी फॉक्सकॉन
लियू ने बताया कि इसके लिए भारत समेत सभी बाजारों में स्थानीय कंपनियों के साथ गठजोड़ कर फैक्ट्री लगाई जाएगी। कंपनी ने इलेक्ट्रिक व्हीकल (E Vehicle) के बढ़ते बाजार में मजबूत स्थिति बनाने के लिए पहले ही काम शुरू कर चुकी है। इस साल मई में फॉक्सकॉन ने ऑटो इंडस्ट्री को टेक्नोलॉजी सप्लाई करने के लिए कारमेकर स्टेलांटिस के साथ ज्वायंट वेंचर (JV) बनाने की घोषणा की थी। अक्टबर में फॉक्सकॉन ने अमेरिकी कंपनी लार्डटाउन मोटर्स से एक फैक्ट्री का अधिग्रहण किया, जहां इलेक्ट्रिक कारें बनाई जाएंगी। कंपनी ने वाहनों में लगने वाले चिप बनाने का भी काम शुरू कर दिया है।
2030 तक 150 लाख करोड़ से अधिक का हो जाएगा ई-व्हीकल बाजार
आपको बता दें कि भारत में इलेक्ट्रिक कारों का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। अभी भारत दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक कार बाजार है। सरकार ने 2030 तक ऑटो इंडस्ट्री को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक बनाने का लक्ष्य तय किया है। 2030 तक भारतीय इलेक्ट्रिक कार बाजार के 150 लाख करोड़ से अधिक हो जाने का अनुमान है।
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पहले से उतर चुकी हैं ये कंपनियां
अभी देश में इलेक्ट्रिक कारों के बाजार में टाटा मोटर्स (Tata Motors) का दबदबा है। टाटा मोटर्स के पास अभी भारतीय इलेक्ट्रिक कार बाजार की आधी से अधिक हिस्सेदारी है। इसके अलावा महिंद्रा इलेक्ट्रिक (Mahindra Electric), हीरो इलेक्ट्रिक (Hero Electric), ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric), एथर एनर्जी (Ether Energy) जैसी कंपनियां भी ई-व्हीकल सेगमेंट में काम कर रही है। एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी टेस्ला (Tesla) भी भारतीय बाजार में उतरने का प्रयास कर रही है।