India GDP: एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स (S&P Global Ratings) ने मंगलवार को चालू वित्त वर्ष 2025-26 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के अनुमान को बढ़ाकर 6.5% कर दिया है। यह अनुमान सामान्य मानसून, कच्चे तेल की कम कीमतों को देखते हुए लगाया गया है। हालांकि, एसएंडपी ने पश्चिम एशिया में जारी तनाव के चलते ग्लोबल इकोनॉमी के लिए खतरे की भी आशंका जताई है। एसएंडपी ने कहा कि अगर पश्चिम एशिया में संघर्ष लंबा खिंचा तो इससे तेल की कीमतें बढ़ सकती हैं जिसका एशिया प्रशांत महासागर क्षेत्र के आर्थिक विकास पर असर हो सकता है।
एसएंडपी ने क्या कहा?
एसएंडपी के अनुसार,मौजूदा समय में ग्लोबल ऊर्जा बाजार पर लंबे वक्त तक असर पड़ने की आशंका कम ही है। भारत अपनी जरूरत का 85 फीसदी से 90 प्रतिशत तेल आयात करता है। आधी नेचुरल गैस भारत विदेशों से मंगवाता है। बीते महीने एसएंडपी ने वित्तीय वर्ष 2026 के लिए भारत की विकास दर में 20 पॉइंट की कमी कर इसे 6.3 प्रतिशत बताया था। एजेंसी ने इसका कारण ग्लोबल अनिश्चितता और अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ को बताया था। शेयर बाजार में बंपर तेजी के साथ शुरुआत
रेटिंग एजेंसी का अनुमान
मंगलवार को रेटिंग एजेंसी ने कहा कि हम वित्त वर्ष 2025-26 (31 मार्च 2026 को समाप्त होने वाले) में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रहने की उम्मीद करते हैं। आपके Aadhaar पर तो नहीं चल रहा फर्जी लोन?
वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही में इतनी रही आर्थिक ग्रोथ
एक अन्य खबर के अनुसार, देश की आर्थिक ग्रोथ दर वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी – मार्च तिमाही में धीमी होकर 7.4 प्रतिशत रही। इसके साथ ही पूरे वित्त वर्ष के दौरान सालाना ग्रोथ दर घटकर 6.5 फीसदी रह गई। शुक्रवार, 30 मई 2025 को जारी आंकड़ों में इस बात की जानकारी दी गई है।