भारतीय रिजर्व बैंक के अगले प्रमुख के नामों पर तमाम अटकलों के बीच भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य ने शुक्रवार (29 जुलाई) को कहा कि आरबीआई गवर्नर पद के लिए उनके नाम की चार्चा की बातें मीडिया की कयासबाजी है। भट्टाचार्य ने कहा कि वह ‘इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोल’ रही हैं। आरबीआई प्रमुख रघुराम जी राजन के उत्तराधिकारी के नाम पर चर्चाओं के बारे में पूछे जाने पर एसबीआई प्रमुख ने कहा, ‘मैं कुछ नहीं कह रही हूं। आप ही लोग हैं जो-जो इस पर अटकलें लगा रहे हैं। आप लोग इस बारे में लिख रहे हैं। क्या इस मुद्दे पर मैंने कभी कुछ कहा है।’
केंद्रीय बैंक के मौजूदा गवर्नर रघुराम राजन का तीन साल का कार्यकाल 4 सितंबर को पूरा हो रहा है। उन्होंने पिछले महीने घोषणा की थी कि वह अकादमिक में वापस लौटेंगे, तथा दूसरा कार्यकाल नहीं लेंगे। राजन के उत्तराधिकारी के रूप में एसबीआई प्रमुख के अलावा कई अन्य नामों पर भी अटकलें चल रही हैं। इनमें आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकान्त दास, मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम तथा रिजर्व बैंक के मौजूदा डिप्टी गवर्नर उर्जित पटेल शामिल हैं। पटेल को जनवरी में रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर के रूप में तीन साल का विस्तार दिया गया है।
आमतौर पर गवर्नर के नाम का चयन प्रधानमंत्री द्वारा वित्त मंत्री के साथ विचार विमर्श में करने की परंपरा है। इस बार भी यही प्रक्रिया अपनाए जाने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ विचार विमर्श में राजन के उत्तराधिकारी का चुनाव करेंगे। 1991 में उदारीकरण की शुरुआत होने के बाद से गवर्नर के रूप में राजन का कार्यकाल सबसे कम अवधि का होगा। भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा अपने ऊपर लगातार हमलों के बाद राजन ने दूसरा कार्यकाल नहीं लेने की घोषणा की थी। पिछले 23 बरस में सभी गवर्नरों को दूसरा कार्यकाल मिला है। इनमें सी रंगराजन (1992-97), बिमल जालान (1997-2003), वाई वी रेड्डी (2003-08) और डी सुब्बाराव (2003-08) शामिल हैं। लेकिन राजन के साथ कार्यकाल विस्तार की श्रृंखला टूटेगी।