संवाद: परंपरा का अतिवाद मनुष्य अपने स्वभाव की मनोभूमि पर परंपरा को अपनाता और त्यागता या उसमें समय और स्थिति के अनुसार परिवर्तन परिवर्द्धन… By रमेश दवेAugust 9, 2020 01:36 IST
शिक्षाः कमजोरी कहां भारत में शिक्षा की दुर्दशा देख कर यह अवश्य लगता है कि अवतारी महापुरुषों और महान गं्रथों के देश की… By रमेश दवेUpdated: January 12, 2020 02:21 IST
शिक्षा नीति बनाम राजनीति शिक्षा जिस दिन मुक्त विचारों का मानवीय संस्कार बनेगी उस दिन सरकार या राजनीति से नीति पैदा न होकर मनुष्यता… By रमेश दवेJuly 28, 2019 04:37 IST
चर्चा: स्त्री सशक्तिकरण की हकीकत, भारतीय स्त्री सशक्त या अशक्त स्त्री सशक्तीकरण को लेकर लंबे समय से बहस चल रही है। इसके लिए अनेक अभियान, जन-जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए गए।… By रमेश दवेUpdated: May 26, 2019 03:24 IST
गांधी का नवाचार अनुशासन को गांधी चरित्र निर्माण की पहली सीढ़ी मानते थे। चरित्रवान नागरिक स्वावलंबी और स्वाभिमानी होता है। देश में वे… By रमेश दवेApril 7, 2019 04:26 IST
गिरती गुणवत्ता के पीछे अरस्तू जैसे दार्शनिक ने सदियों पहले कह दिया था कि समृद्धि और संपन्नता के समय में शिक्षा अलंकार बन जाती… By रमेश दवेUpdated: August 5, 2018 04:08 IST
प्रसंगवशः द्रोह या विद्रोह अगर इतिहास के सत्य को बचाना है तो हमें युद्धों, व्यक्तियों, घटनाओं से हट कर संगीत, नृत्य, ललित कलाएं, साहित्य,… By रमेश दवेJune 10, 2018 04:38 IST
प्रसंगवश: उपनिवेश-दर-उपनिवेश शिक्षा हो या साहित्य, सभी क्षेत्रों में लोकतंत्र की उस संस्कृति का अभाव है, जो हमारे संवेदनतंत्र को जाति, धर्म,… By रमेश दवेFebruary 18, 2018 02:02 IST
बोलने की आजादी बनाम बड़बोलापन भारतीय राजनीति में जातिगत संकीर्णता राष्ट्रीय एकता के मानस को खंडित करती है। इस तथ्य से इंकार नहीं किया जा… By रमेश दवेJanuary 14, 2018 05:11 IST
प्रसंगवश- सूचना से सोचना बंद सूचनाओं को ज्ञान बना कर बांटने वाले कहते हैं, सोचना बंद करो, सूचनाओं की सेल लगी है, सूचना खरीदो और… By रमेश दवेSeptember 3, 2017 05:09 IST
शिक्षा का बाजारवाद शिक्षा को जब हम अपने अतीत से जोड़ते हैं तो संस्कार की ध्वनि सुनाई देती है, लेकिन जब अपने वर्तमान… By रमेश दवेJune 11, 2017 05:06 IST
समाज-अपशिक्षा से उपजा अपराध तंत्र यूरोप में शिक्षा का औपचारिक तरीका चर्च में अपनाया गया। वहां बच्चों, किशोरों, युवाओं की धार्मिक शिक्षा-दीक्षा होने लगी। By रमेश दवेApril 9, 2017 04:24 IST
NDA में ‘बड़ा भाई’ बनने के लिए होने लगी खींचतान? समझिए क्यों एक सीट की वजह से BJP-JDU में हो रहा टकराव
‘दान नहीं, सेवा है’, पंजाब में बाढ़ पीड़ितो के लिए अक्षय कुमार ने दिए 5 करोड़, बोले- मेरा छोटा सा योगदान…
Asia Cup 2025: अजिंक्य रहाणे ने बताया कौन है भारत का सबसे अंडररेटेड प्लेयर, प्लेइंग XI में शामिल करने की दी सलाह