छोटी- सी अल्लारखी अपनी बड़ी बहनों ईदन और हैदर बांदी के साथ लाहौर के एक सिनेमाघर में फिल्म का शो…
छोटी- सी अल्लारखी अपनी बड़ी बहनों ईदन और हैदर बांदी के साथ लाहौर के एक सिनेमाघर में फिल्म का शो…
गोपालदास परमानंद सिपाहिमलानी यानी जीपी सिप्पी ने 1965 से लेकर 1975 तक मिट्टी भी छुई, तो सोना बन गई। इस…
हिमाचल के एक गांव से अपने चाचा की संदूक से 14 सौ रुपए चुरा कर भागे बीआर इशारा (रोशन लाल…
‘देवदास’, ‘मिर्जा गालिब’, ‘मधुमति’, ‘सत्यकाम’, जैसी फिल्मों के संवाद लेखक और ‘दस्तक’ जैसी फिल्म बनाने वाले राजेंद्र सिंह बेदी की…
न्यू थियेटर में काम करने के बाद हृषिदा मुंबई आ गए और बिमल रॉय के सहायक बन गए। दिलीप कुमार…
नींव के पत्थर नजर नहीं आते, मगर उनका अस्तित्व बना रहता है। भारतीय सिनेमा के इतिहास में खेमचंद प्रकाश नींव…
मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में प्रतिभा नहीं प्रतिष्ठा महत्त्वपूर्ण होती है और प्रतिष्ठा सफलता से मिलती है। यही वजह है कि…
अमिताभ बच्चन और अमजद खान ने दर्जन भर से ज्यादा फिल्मों में साथ काम किया और दोनों बहुत अच्छे मित्र…
सज्जाद हुसैन फूंक कर बजाने वाले बासुंरी, क्लारनेट ही नहीं, ठोंक कर बजाने वाले जलतरंग जैसे वाद्यों के भी उस्ताद…
प्राण की व्यावसायिकता के कई किस्से हैं। ‘जंजीर’ फिल्म के गाने ‘यारी है ईमान मेरा…’ की तरह प्राण ने भी…
‘नीचा नगर’ (1946) से कान फिल्मोत्सव में धूम मचाने, ‘टैक्सी ड्राइवर’(1954) से सिनेमा के परदे पर पहली बार मुंबई की…
नूर मोहम्मद चार्ली उस दौर के अभिनेता थे जब सिनेमा अपनी कहानियां इतिहास, पुराण और आख्यानों से ले रहा था।…