हमारे शास्त्रीय संगीत में दिन के हर प्रहर के लिए अलग-अलग स्वर संयोजन का विधान है।
हमारे शास्त्रीय संगीत में दिन के हर प्रहर के लिए अलग-अलग स्वर संयोजन का विधान है।
ध्वनि का उपहार अभागे जिराफ को छोड़ कर अन्य सभी प्राणियों को प्रकृति से मिला है, लेकिन मानव की रचनाशीलता…
विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद् के निर्देशों को तोते की तरह दुहरा देने वाले विशेषज्ञ तमाम चैनलों…
पराई पीड़ा का अहसास संवेदनशीलता की चादर में लिपट कर साहित्यकार के सिर पर एक बोझ की तरह इकट्ठा होता…
टीवी धारावाहिक महाभारत के सूत्रधार की गंभीर आवाज में कहे गए शब्द ‘मैं समय हूं’ को कौन भूल सकता है।
पर्व-त्योहार मनाने या दिवंगत पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए और उनके प्रति सम्मान दिखाने के लिए दान देने…
सन 1893 में शिकागो में आयोजित विश्व धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद ने जब अपने श्रोताओं को ‘मेरे अमेरिकी बहनों…
मोती की आभा वाले और सितारों के आकार के ये नन्हे-नन्हे फूल इतने क्षणभंगुर न होते तो फूलों से किसी…
ग्रामीण सहपाठियों के खेतों से सर्दी की दोपहरियों में मटर की घुघनी (घुघरी) का स्वाद लेकर, कड़ाहे पर खौलते गन्ने…
बहुत तेज और बेहिसाब क्षमता वाले कंप्यूटर, भू-उपग्रहों द्वारा वायुमंडल और धरती की सतह के निरंतर उपलब्ध कराए जाते छाया-चित्र…
अस्सी साल पहले पैंतीस करोड़ लोगों के लिए जिस ग्राम्य स्वराज की कल्पना की गई थी, उसे अब एक सौ…
अब एक तरफ कोविड-19 के भविष्य के बारे में अटकलें लगाई जा रही हैं, दूसरी तरफ जो पत्रिकाएं अपने डिजिटल…