लॉकडाउन के बाद बच्चों ने कहा कि उनका समय अच्छा गुजरा, क्योंकि उनके सारे ‘गैजेट’ उनक पास थे। दोस्तों की…
लॉकडाउन के बाद बच्चों ने कहा कि उनका समय अच्छा गुजरा, क्योंकि उनके सारे ‘गैजेट’ उनक पास थे। दोस्तों की…
जिस दौर में हर तरफ जिंदगी की भूख में लोग उम्मीद के सहारे सुबह-शाम गुजार रहे हैं, उसमें पिछले दिनों…
इक्कीसवीं सदी के दो दशक गुजर जाने के बाद भी अपने आसपास की स्त्रियों को जिस सामाजिक हैसियत में देखती…
मेरे पड़ोस में रहने वाली एक महिला बैंक में काम करती हैं। कुछ दिनों पहले उनके पति की मृत्यु हो…
दरअसल, हम जिस समाज में रहते हैं, उसमें अगर अपने भीतर भरोसे के तार को अंतिम तौर पर तोड़ दें,…
परंपरा और समाज की न जाने कितनी जंजीरों को तोड़ने और कितनी बाधाओं को पार करने के बाद दमित या…
मैं उस विवाह समारोह में लोगों से मिल-जुल रही थी कि इसी बीच बहुत अच्छा कपड़ा पहने एक लड़का आया,…
कुछ दिन पहले मैं अपनी एक दोस्त के यहां गई थी। काफी देर बाद ध्यान आया तो मैंने उसकी छोटी…
कुछ समय पहले पेप्सिको की अध्यक्ष इंदिरा नूयी ने कहा था- ‘हमारे साथ भी पुरुषों के समांतर बर्ताव किया जाए…!…
किसी व्यक्ति को देखने के हमारे पैमाने क्या होते हैं? उसके बारे में हमारी धारणा कैसे तय होती है और…