Happy and sad| Life| society
दुनिया मेरे आगे: स्वीकार का साहस, धोखाधड़ी की भीड़ में विश्वसनीयता की जरूरत

कभी भी किसी ईमानदार आदमी को अपने स्वभाव और काम का प्रचार नहीं करना पड़ता। उसकी प्रशंसा अपने आप फैलती…

Freedom| Expression
Jansatta Editorial: आवास कल्याण समिति को विचारों की भिन्नता के बीच सामंजस्य और सद्भाव कायम रखने की जरूरत

भारत में लोकतंत्र की जड़ें कितनी गहरी रही हैं, इसका आकलन इसी से कर सकते हैं कि अतीत से लेकर…

Unemployment | youth
दुनिया मेरे आगे: युवाओं का बेपरवाह मन और पुरानी सोच के लोग, दुविधा में फंसा आधुनिक समाज

हम सब गवाह हैं कि युवा पीढ़ी पढ़ने-लिखने से दूर होती जा रही है और आभासी पाठ्यक्रमों से प्रमाणपत्र एकत्र…

Morning walk | Health
दुनिया मेरे आगे: सुबह की वेला और पैदल सैर करने की आदत, बढ़ाती है कार्यक्षमता और कुशलता की रफ्तार

इंसान नादान कस्तूरी मृग की भांति खुशबू की तलाश में जंगल-जंगल भटकता फिरता है। नहीं जानता कि खुशबू तो उसी…

Vichar Bodh | Jansatta Vichar Bodh | Ravivari
‘विचार निरंतर है, व्यक्ति के खत्म होने के साथ नहीं खत्म होता, उतार-चढ़ाव के साथ बना रहता है अस्तित्व’

सच यह है कि विचार निरंतर है। असीम है। यह किसी व्यक्ति के खत्म होने के साथ सिर्फ उसी के…

sahitya| society
मुकेश भारद्वाज का कॉलम बेबाक बोल: साहित्य आ हत

आलोचक का सर्वप्रथम ‘धर्म’ होता है कि वह किसी रचना की समालोचना भाषा-विज्ञान, इतिहास बोध और समय बोध पर करे।…

Affinity| Family
दुनिया मेरे आगे: अपनत्व वह तत्त्व है जो हमें स्‍वयं के साथ संबंध बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है

अपनत्व एक ऐसी भावना है, जो हमें संतुष्ट बनाती है। जब हम खुद के अस्तित्व से प्यार करते हैं, तब…

noida society| dress code| UP news
Noida Crime: नोएडा के हाई-राइज सोसायटी में कार की ठोकर से बुजुर्ग महिला की मौत, सीसीटीवी में कैद हुई दर्दनाक वारदात

नोएडा की एक ऊंची आवासीय सोसायटी में कार की चपेट में आने से एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई।…

senior citizen | Mistreat
एकल परिवारों के बढ़ते चलन के कारण बुजुर्गों की उपेक्षा बढ़ रही

एक सर्वेक्षण के अनुसार भारत में करीब साठ फीसद बुजुर्ग महसूस करते हैं कि समाज में उनके साथ दुर्व्यवहार किया…

change | mindset
दुनिया मेरे आगे: हालात बदलने के लिए खयालात में बदलाव करने की जरूरत

करीब आठ अरब आबादी की दुनिया में पुरानी और नई बातों में निरंतर मत-मतांतरों की कई हलचलें हो रही हैं।

Jansatta Editorial | Black Magic | Superstitious |
संपादकीय: समाज को विवेक शून्य बना रहा अंधविश्वास का जाल, बढ़ रहीं जघन्य वारदातों का अंजाम देने की हरकतें

दिल्ली में अंधविश्वास की वजह से इस तरह के वाकये अक्सर सामने आते रहते हैं, जिसमें काला जादू या अन्य…

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