
हरियाणा के ‘नूंह’ और ‘मेवात क्षेत्र’ ने जो हिंसक कहानी बनाई, वह चार दिन तक चैनलों में छाई रही। भड़की…
सम्मानपूर्ण मानवीय जीवन के नैसर्गिक अधिकार को समझने में सभ्यताओं को कितनी ही शहस्त्राब्दियां लगी होंगी, इसका अनुमान प्रत्येक सजग…
बड़ा खतरा यह है कि एक बार जब जातीय सफाया शुरू हो जाता है, तो यह संक्रामक होता जाता है।…
यह ऐसा राज्य है, जहां चीन दशकों से अशांति फैलाने की कोशिश करता रहा है, ऐसा राज्य जो देश की…
नए भारत में पुनरुत्थान का वायुमंडल भारत को अधूरेपन से पूर्णता की ओर बढ़ने का रास्ता खोलता है। हमारी अस्मिता…
भारत की जीडीपी (स्थिर मूल्यों पर) ने हर साल- 2004-2009 की पांच साल की अवधि के दौरान 8.5 फीसद और…
दूसरे दिन भी संसद में हंगामा रहा। आरोप-प्रत्यारोप लगते रहे कि सरकार बहस नहीं चाहती, कि विपक्ष बहस नहीं चाहता,…
कौशल विकास और शिक्षा ऐसा क्षेत्र है, जहां निवेश के कई प्रभाव होते हैं। जब कार्यबल अधिक कुशल बनेगा, तब…
समानता वांछित मानदंड है, प्रतिकूलता एक कठोर वास्तविकता है, विविधता एक महसूस की जाने वाली आवश्यकता है। इन तीनों को…
यह आदत तभी छूटेगी, जब हमारे राजनेता ईमानदारी से लोगों को समझाने लगेंगे कि खैरात से उनकी गरीबी कभी नहीं…
नवउदारवाद जिस अनंत की ओर ले जाता है, जिस असंवेदनशील मनुष्य की रचना करता है, उसके प्रतिकूल दियारा निवासी सामुदायिकता…
एक चैनल पर एक एंकर ने बताया कि यूसीसी को लेकर विधि आयोग के पास अब तक ‘छियालीस लाख’ सुझाव…