
मेहंदी हसन की गायकी पर राजस्थान के कलावंत घराने का रंग चढ़ा था, जो आखिर तक नहीं उतरा। उन्होंने गजल…
1942 में बॉम्बे टॉकीज के लिए उन्होंने ‘मां’ जैसी कामयाब फिल्म बनाई लेकिन उनकी असल पहचान बनकर पर्दे पर उतरी…
नानक सिंह का साहित्य पंजाबी कौम की जिंदादिली का अक्षर दस्तावेज है। ‘इक म्यान और दो तलवारें’ उपन्यास के लिए…
दिलचस्प है कि जिस सांस्कृतिक धारा की पाल आगे चलकर कविगुरु रवींद्रनाथ ठाकुर ने संभाली और जिन्होंने अपने कृतित्व से…
स्वाधीनता संघर्ष के समांतर देश में उद्यम और तकनीक के साझे को कामयाबी के सुलेख में तब्दील करना शुरू कर…
नंबूदरीपाद का जीवन एक तरफ तो भारत में साम्यवादी आंदोलन की जमीनी ताकत और उपलब्धि की मिसाल है, वहीं वे…
सृजन और संवेदना के बीच रचनात्मकता के कई बहुमूल्य प्रयोग करने वाले मास्ति का साहित्यिक नाम ‘श्रीनिवास’ है और इसी…
फिरोज जून 2010 में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के तौर पर भर्ती हुए। इस दौरान उन्होंने ‘अफसर’ बनने के लिए…
पति की मौत के बाद अहिल्या ने सती होने का फैसला किया तो उनके ससुर मल्हार राव ने उनको सती…
नजरुल को प्रमिला नाम की हिंदू लड़की से प्रेम था। दोनों धर्मों के कट्टर लोगों के भारी विरोध के बावजूद…
एक संवेदनशील कवि के तौर पर ‘अपनी गंध नहीं बेचूंगा’, ‘गन्ने मेरे भाई’ और ‘दीवट पर दीप’ जैसी कविताओं में…
महात्मा गांधी ने उन्हें अपना राजनीतिक गुरु माना है। गोखले की सलाह पर ही गांधी दक्षिण अफ्रीका से स्थायी तौर…