जब सेज यानी विशेष आर्थिक क्षेत्र स्थापित करने की योजना लाई गई तो बड़े-बड़े दावे किए गए थे। कहा गया…
हमारे मुल्क में कानून के सामने क्या सभी नागरिक बराबर हैं? क्या सभी को सहज, सरल और सुलभ न्याय उपलब्ध…
आमतौर पर तथाकथित बाबाओं के सत्संग में गरीब और कम पढ़े-लिखे लोग जाते हैं। यही बात नेताओं की सभाओं पर…
अरविंद दास हरियाणा के सतलोक आश्रम में रामपाल की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की कार्रवाई का टीवी चैनलों पर शोर…
सुनील मिश्र पिछले महीने विख्यात पार्श्वगायक दिवंगत किशोर कुमार की पुण्यतिथि तेरह अक्तूबर को सरकारी ड्यूटी के हिसाब से एक…
इस ‘रामपाल कांड’ ने देश और उसके विचारवान लोगों के सामने कुछ सवाल खड़े कर दिए हैं। पहला सवाल राष्ट्र…
पिछले दिनों तथाकथित संत रामपाल के आश्रम में जो कुछ हुआ वह बहुत शर्मनाक है, इससे पहले आसाराम बापू और…
प्रफुल्ल कोलख्यान सर्वोच्च न्यायालय ने कुछ समय पहले अपनी एक टिप्पणी में न्यायिक अति-सक्रियता से बचते हुए और कार्यपालिका की…
सदफ़ नाज़ प्यारी रेहाना जब्बारी! तुम्हारी मां ‘शोलेह’ के नाम तुम्हारा खत पढ़ा। तुम्हारी फांसी और उसके बाद इस खत…
उमाशंकर सिंह का ‘ध्यान भटकाने का मंत्र’ (4 अक्तूबर) और ब्रजेश कानूनगो का ‘सुनो कहानी’ (4 नवंबर), ये दोनों लेख…
बीरेंद्र सिंह रावत की टिप्पणी ‘आस्था की मुसीबत’ (समांतर, 7 नवंबर) पढ़ा। दिल्ली महानगर में लगता है कि आस्था जी…