जनसत्ता- दुनिया मेरे आगे
दुनिया मेरे आगे: ईमान की राह से जब मन भटकाने लगे, तब खुद को कैसे संभालें, एक सच्चे और सादे जीवन की सबसे बड़ी कसौटी

जीवन के हर रंग में ईमानदारी की दरकार होती है। इसके बिना जीवन बनावटी और काले लोहे पर दिखावे के…

जनसत्ता- दुनिया मेरे आगे
दुनिया मेरे आगे: भीड़ में अकेला इंसान और टूटते रिश्तों का वक्त, विकास की दौड़ में कहीं पीछे छूट गया है हमारा ‘हम’

अकेलापन किसी की सामाजिक स्थिति या उपलब्धियों से परे है। यह अनुभव हर किसी को छू रहा है। दरअसल, अकेला…

जनसत्ता- दुनिया मेरे आगे
दुनिया मेरे आगे: डिजिटल भंवर के दायरे; ऑनलाइन तो हैं, लेकिन रिश्तों में ऑफलाइन हो चुके हैं हम

यह चिंताजनक है कि धीरे-धीरे हम संवेदनाओं को खोते जा रहे हैं। अगर कोई पास बैठा हो और उदास हो,…

जनसत्ता- दुनिया मेरे आगे
दुनिया मेरे आगे: जीवन की डगर कठिनाइयों से भरी, कोई मानसिक तो कोई शारीरिक तौर पर परेशान

जब जिंदगी की गाड़ी ठीक-ठाक चल रही होती है, उस समय कोई बड़ा अप्रत्याशित संकट उठ खड़ा होता है, तब…

जनसत्ता- दुनिया मेरे आगे
दुनिया मेरे आगे: बिना चाह के संवार देते हैं हमारी जिंदगी, ऐसे बेमिसाल लोग रहते हैं हमारे आसपास

गणमान्य सज्जन ही नहीं, हर छोटी-बड़ी वस्तु जो हमें मुफ्त या बिना भुगतान मिलती है, जब तक हमारे पास होती…

Jansatta Dunia Mere Aage, jansatta Epaper
दुनिया मेरे आगे: आत्मज्ञान की शुरुआत है समस्याओं का जश्न मनाना, सितारे अंधेरे में चमकते हैं, आपकी कहानी भी है खास

किसी दिन हम यह पता लगा लेंगे कि अपनी समस्याओं को कैसे हल करना है और आखिरकार उस स्थान पर…

जनसत्ता-दुनिया मेरे आगे
दुनिया मेरे आगे: लोगों को रखना चाहिए सुनने का धीरज, सामने वाले की बातों पर करें गौर

कई लोग सामने बैठ तो जाते हैं, मगर पल में ही कहीं खो जाते हैं। वे न तो बोलने वाले…

youth| caste vote| Delhi
दुनिया मेरे आगे: सपनों का बोझ, महत्त्वाकांक्षा का होना अहम है, लेकिन उसे संतुलित बनाए रखना भी आवश्यक

युवा वर्ग के बढ़ते अवसाद का मुख्य कारण व्यापक रूप से विभिन्न प्रकार के प्रतिस्पर्धात्मक दबाव हैं। इसमें पाठ्यक्रम का…

Machine |Human life
दुनिया मेरे आगे: इंसान के माहौल से तय होता है विचार और व्यवहार, खानपान और जीवनशैली का सामाजिक दायरा

लोग किसी भी तरह ज्यादा पैसा कमाते हैं, सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, धार्मिक, नैतिक और सार्वजनिक गुस्ताखियां करते हैं, वे सफल…

UNO, Human Life, Human Nature
संपादकीय: साधारण लोगों के जीवन-स्तर में सुधार की तस्वीर, UN की रिपोर्ट में भारत का स्थान

संयुक्त राष्ट्र की ओर से जारी मानव विकास रपट, 2023-24 के मुताबिक 2022 में भारत के स्थान में एक अंक…

Patience| silence| Powerful wepon
दुनिया मेरे आगे: मौन की गूंज, खुद को बेहतर ढंग से समझने का रास्ता है शब्द

दुनिया में जितने शब्द हैं, उन सभी का उद्देश्य यही है कि हम स्वयं को बेहतर ढंग से समझ सकें।…

Indian culture| civilization
भारतीय सभ्‍यता और संस्कृति से मानव को प्रेरणा लेने की जरूरत

आज जब विश्व पंथिक कट्टरवाद की जंजीरों में और अधिक जकड़ता जा रहा है, भारत के गांवों का किसान ‘एकम्…

अपडेट