किसान आंदोलन की खबरें

KISAN ANDOLAN

MSP की मांग, कर्जमाफी की चाहत… किसान सही या गलत? सीधे सवाल का सीधा जवाब

इस सवाल का सीधा जवाब मिलना मुश्किल, पक्ष-विपक्ष में कई तरह के तर्क हैं. लेकिन फिर भी अगर सही तरह…

farmer leaders| farmer protest| kisan andolan

Farmers Protest: कहानी उन 2 किसान नेताओं की जिन्होंने खड़ा कर दिया आंदोलन 2.0

पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि केंद्र के साथ कल शाम 5 बजे…

Farmers Protest | Agriculture Minister Arjun Munda | modi govt

2021 में सरकार ने लिया था U-Turn, इस बार क्यों BJP किसान आंदोलन से नहीं है परेशान

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि पूरा किसान आंदोलन कर रहा है। एक तरफ आप भारत रत्न दे रहे…

Delhi Farmer Protest, Modi Government

पिछली बार से कितना अलग है किसानों का आंदोलन, आखिर क्यों और किन मांगों के साथ दिल्ली आ रहे अन्नदाता?

पंजाब हरियाणा के किसान एक बार फिर मोदी सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच कर रहे हैं…

किसान आंदोलन के वीडियो

किसान आंदोलन विशेष

ashoke pandit, farmers protest, suspect caught at farmers protest
पुलिस के डंडे पड़ेंगे तो बक देगा कि टिकैत के यहां नौकरी करता है- किसान आंदोलन में पकड़ा गया संदिग्ध तो बोले फिल्ममेकर

किसान आंदोलन के बीच एक संदिग्ध व्यक्ति पकड़ा गया है जिसने कथित तौर पर किसान नेताओं को मारने की एक…

Farmers Protest, Farmers Tractor March
ट्रैक्टर परेड में 4 किसान नेताओं को गोली मारने की थी साजिश! आरोपी धराया, अन्नदाताओं ने PC में उगलवाया प्लान

किसान नेता कुलवंत सिंह संधु बोले- एंजेसियों द्वारा किसान आंदोलन को भटकाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

सरकार को ‘कैड़ापन’ दिखाना चाहिए, हम तो नरम आदमी हैं…अड़ियल रुख के आरोप पर बोले टिकैत

किसान नेता राकेश टिकैत ने अड़ियल रुख के आरोप के जवाब में कहा कि सरकार को कड़ा होना चाहिए। सरकार…

Punjab government, govt job, farmer protest, agitation, delhi borders, capt amarinder singh, Chandigarh News in Hindi, Latest Chandigarh News in Hindi, Chandigarh Hindi Samachar
किसान आंदोलन में जिनकी गई जान, उन किसानों के परिजन को मुआवजे में 5 लाख-नौकरी देगी अमरिंदर सरकार

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा “मुझे रिपोर्ट मिली कि दिल्ली में तीन कृषि क़ानूनों के खिलाफ विरोध…

किसान आंदोलन पर केंद्र की ‘कार्यशैली’ से 80% संतुष्ट, पर 34% ही मानते हैं अन्नदाताओं को होगा लाभ- MOTN Poll

जहां 34% लोगों ने कहा कि कानून किसानों को फायदा पहुंचाते हैं वहीं 32% लोगों ने कहा कि ये कॉरपोरेट…

केंद्र और कुछ नहीं दे सकता, विचार करना है तो कर लो…ये कह उठ कर चले गए कृषि मंत्री- 11वें दौर की बैठक के बाद बोले किसान नेता

किसान नेताओं का कहना है कि बैठक में कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर आए और चंद मिनटों बाद यह कहकर चले…

किसानों का प्रदर्शन कमजोर आंदोलन नहीं, ये लंबा चलेगा- टिकैत ने चेताया; 26 जनवरी को परेड भी निकलेगी

किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसानों का प्रदर्शन कमजोर आंदोलन नहीं…

‘किसानों का हुआ सियासी इस्तेमाल’, बोले कृषि मंत्री- कल क्या होगा मुझे नहीं पता, पर आशा पर टिका है आसमान

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मीटिंग के बाद कहा कि हमने किसान यूनियन को कहा कि जो प्रस्ताव आपको…

कृषि कानूनः बोले KMSC नेता- 3 घंटे इंतजार करा किया अपमान, कृषि मंत्री ने कहा- प्रस्ताव पर राजी होते हैं तो जारी रह सकती है बातचीत

कृषि कानूनों को लेकर 11वें दौर की बैठक में, किसान यूनियनों ने शुक्रवार को सरकार से कहा कि वे कानूनों…

Farmers protest, Narendra Singh Tomar, Farmers talks with Centre, Agriculture Minister, Farmers unions talks with Centre, farm laws, MSP, Punjab Farmers, Haryana,
कृषि कानूनः 11वें दौर की बात बेनतीजा, किसानों के अड़ियल रुख पर बोले कृषि मंत्री- इससे बढ़िया नहीं दे सकते थे प्रस्ताव

सरकार और किसान नेताओं के बीच 11वें राउंड की बैठक हुए लेकिन यह भी बेनतीजा रही। सरकार कानून को डेढ़…

कृषि कानूनः किसानों के आगे क्यों झुक गई मोदी सरकार? ये हैं 5 वजहें, समझें

गतिरोध खत्म करने के लिए बेताब सरकार उम्मीद कर रही थी कि यह प्रस्ताव काम करेगा लेकिन ऐसा नहीं हो…

Farmers Protest FAQ: किसान आंदोलन से जुड़े जरूरी सवालों के जवाब

साल 2021 में दिल्ली की सीमाओं पर किसानों द्वारा किए गए प्रदर्शन के बाद फरवरी 2023 में किसानों ने एक बार फिर से अपनी मांगों को लेकर पंजाब से दिल्ली की तरफ कूच की।13 फरवरी को पंजाब के कई किसान संगठनों से जुड़े किसान पंजाब से दिल्ली की तरफ रवाना हुए लेकिन हरियाणा सरकार ने उन्हें शंभू बॉर्डर (पंजाब – हरियाणा) राज्य की सीमा पर रोक दिया। शंभू बॉर्डर पर जमकर बवाल हुआ। आंदोलनकारी किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने ड्रोन से आंसू गैस के गोले लगाए। किसानों के इस आंदोलन को देश के विभिन्न किसान संगठन समर्थन दे रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने भी किसानों के इस आंदोलन का समर्थन किया है।

किसान आंदोलन 2.0 में पंजाब और हरियाणा के किसान संगठनों के अलावा यूपी, राजस्थान, एमपी सहित देशभर के तमाम किसान संगठन शामिल हैं। तमिलनाडु के किसानों ने भी पंजाब और हरियाणा के अपने साथियों के समर्थन में अपने राज्य में प्रदर्शन किया। साल 2020-21 दिल्ली की सीमाओं पर हुए किसान आंदोलन का नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा ने किया था, इसमें देशभर के किसान संगठन शामिल थे। इस बार किसान आंदोलन का नेतृत्व किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और किसान मजदूर संघर्ष समिति (KMSC) के समन्वयक सरवन सिंह पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) कर रहे हैं।

प्रदर्शनकारी किसान संगठनों की सबसे अहम मांग MSP है। किसान अपनी फसलों के लिए MSP की कानून गारंटी डिमांड कर रहे हैं। किसान चाहते हैं कि स्वामीनाथन आयोग की सभी सिफारिशों को लागू किया जाए और किसानों का कृषि ऋण माफ किया जाए। इसके अलावा किसान संगठन लखीमपुर खीरी में मारे गए लोगों के लिए न्याय मांग रहे हैं।

केंद्र सरकार फसलों की एक न्यूनतम कीमत तय करती है, उसे ही MSP (Minimum Support Prices) यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य कहा जाता है। इसकी शुरुआत 60 के दशक में हुई थी। अभी सरकार 22 फसलों पर एमएसपी देती है। किसान चाहते हैं कि सरकार सभी फसलों पर MSP दे। किसान चाहते हैं सरकार खेती की पूरी लागत पर बेस्ड C2+50% फॉर्मूले के आधार पर MSP को उनका कानूनी हक बना दे।

सरकार अगर चाहे तो वह किसानों की यह डिमांड मान सकती है लेकिन ऐसा कनानू बना देने से निश्चित ही उसपर बोझ बढ़ेगा। कानून बनाने के बाद उसके कार्यान्वयन के लिए कई तरह की तैयारी करनी होगी, जैसे सरकार को फूड सब्सिडी का बजट बढ़ना होगा, जिस पर पहले से ही बजट का एक बड़ा हिस्सा खर्च हो रहा है। इसके अलावा एक निश्चित बुनियादी ढांचे का निर्माण करना होगा, ताकि बड़ी मात्रा में अनाज का भंडारन हो सके।

अपडेट