
पंचायती राज मंत्रालय, संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के सहयोग से 4 से 6 नवंबर तक पुणे के यशदा में राष्ट्रीय…
विद्यालयों में बच्चों के लिए एक जैसी वर्दी हो, इस बात पर कमोबेश हमारे समाज में आम सहमति है।
केंद्र सरकार ने विकास के नाम पर जितनी भी योजनाएं बनाई हैं, वे पूर्व सरकारों के नक्शेकदम पर ही हैं।
समान नागरिक संहिता लागू करने को लेकर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई है।
समानता, स्वतंत्रता और स्वायत्तता सर्वांगीण विकास के महत्त्वपूर्ण तत्व हैं।
संत यमुनाचार्य जी के वैकुंठ गमन के पश्चात एक अभूतपूर्व घटना घटी, जिससे एक साधारण बालक के असाधारण बनने की…
साम्राज्यवाद के पतन के बाद जितने भी देश स्वतंत्र हुए, उनमें से अधिकांश नें प्रजातांत्रिक प्रणाली को अपनाने का निश्चय…
संयुक्त राष्ट्र आर्थिक व सामाजिक परिषद ने सरकार व प्रशासन के सभी स्तरों पर आम लोगों की सार्थक व व्यापक…
दरअसल पूजा हम अपनी कार्यसिद्धि के लिए करते हैं, वरना स्वार्थ और कुराजनीति से ग्रस्त इस दुनिया में देवताओं से…