
अपनी पुरानी यादों को कुरेदता हूं तो बचपन के वे दिन आंखों के आगे घूमने लगते हैं। चारों तरफ सब…
आनंद के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि हम अपेक्षाएं अपने जीवन में बहुत ज्यादा न पालें। अपेक्षाओं के कारण…
आज समूचा विश्व संकट के दौर से गुजर रहा है। इतिहास साक्षी रहा है कि करुणा, सद्भाव, दया, परोपकार भाव…
दरअसल, शब्द का अर्थ संदर्भ, परिस्थिति, आशय और अंदाज पर निर्भर करता है। सीधी सपाटबयानी का लोग आम जीवन में…
सब्र नाम की चीज खत्म हो गई है। अगर स्कूल में कोई बच्चा एक सवाल को दो-तीन बार पूछ लेता…
लालसाओं से भरा मनुष्य व्यक्तिगत हित और स्वार्थ के वशीभूत होकर आपदा में भी अवसर की तलाश कर लेता है।…
जब कोई वृक्ष काटता है और मैं देखता हूं तो बेहद पीड़ा होती है। आमतौर पर हर संवेदनशील व्यक्ति को…
पश्चिम बंगाल के विषय में यह प्रचलित है कि यहां की हवा मिठाइयों की महक से भरी होती है। त्योहार…
हम सपनों की तरह जीते हैं। अगर हमारे मित्रों ने वाणिज्य विषय लिया है तो हम भी उसे चुन लेते…
मौसम प्रकृति की खूबसूरत रचनाओं में से एक है। हर मौसम की अपनी अलग तस्वीर होती है, खुशबू होती है…
महामारी के चलते कइयों का जीवन दुश्वार हो गया है। न घर पर रहे बनता है और न ही बाहर।…
आज बहुत से ऐसे मुल्क है जहां गरीबी अपनी चरम सीमा पर है और टीका कुछ अमीर देशों के इर्द-गिर्द…