
उस दिन हमारे पड़ोसी इस बात से प्रसन्न थे कि उनका बेटा शिक्षित हो गया।
कुछ दिन पहले अनायास ही मोबाइल फोन में गीत बजाना शुरू किया तो कई पुराने गाने जेहन में उभर आए…
अपनी पुस्तक ‘शिक्षा में क्रांति’ में ओशो कहते हैं कि जिस दिन शिक्षक और विद्यार्थी के ज्ञान में अंतर एवरेस्ट…
मनुष्य हमेशा से एक बड़े समूह की इकाई है, जिसके बिना उसकी सामाजिक पहचान नहीं है।
पिछले करीब डेढ़ साल के दौरान दुनिया ने जीवन के कई नए रंग देखे।
हम सब जानते हैं कि जीवन एक बार मिलता है, जिसे संपूर्णता के साथ जिया जाना चाहिए। लेकिन लड़कियों के…
कुछ लोग अतीत के बुरे अनुभव और भूलों पर इतना टिक जाते हैं कि उनकी एकाग्रता पूरी तरह बीते समय…
शिक्षकीय पेशे के शुरुआती दिनों के दौरान एक बार कक्षा में कॉपी जांच रहा था। बच्चे बारी-बारी अपनी कॉपी के…
मैं जब बड़ा हो रहा था तो यह दोहा मेरे आसपास था- ‘पढ़ोगे लिखोगे तो बनोगे नवाब/ खेलोगे कूदोगे तो…
आपने खुले आसमान के नीचे सिनेमा का लुफ्त उठाया है? निस्संदेह आज की पीढ़ी ने यह नहीं किया होगा कभी।
दंगों का सैलाब गुजर गया, अब सम्मान पत्र बांटने वाले या अपना अभिनंदन खुद ही करवा लेने वाले सामने आ…
कई बार सामूहिक उत्सवों के बीच कुछ ऐसी घटनाएं होती हैं, जो नतीजे में भले तात्कालिक हों, लेकिन उसका महत्त्व…