भारत और चीन के बीच दोकलाम को लेकर सैन्य गतिरोध को लगभग एक महीने से ज्यादा हो गए हैं। इसी बीच इस मुद्दे से निपटने के लिए आरएसएस एक मंत्र जाप से चीन को काबू करना चाहता है। इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक आरएसएस चीन की “असुर शक्ति” (बुरी) को इस मंत्र से काबू में करने की बात कह रहा है। हिंदू हो या मुसलमान, संगठन ने मंत्र का जाप सभी धर्मों के लोगों से प्रार्थना करने से पहले करने की अपील की है। सभी भारतीयों से “कैलाश, हिमालय और तिब्बत चीन की असुर शक्ति से मुक्त हों” मंत्र का जाप पूजा या नमाज से पहले पांच बार करने की अपील की गई है। इस मुद्दे को लेकर आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा, “इससे न सिर्फ चीन को नुकसान पहुंचेगा, बल्कि यह हमारी आध्यात्मिक ऊर्जा को भी बढ़ाएगा और सकारात्मक प्रभाव होगा।”

इसके अलावा कुमार ने चीनी सामान के बहिष्कार की बात भी कही। खबर के मुताबिक उन्होंने कहा, “चीनी वस्तुओं के भारतीय बाजार में आने से कई भारतीयों का रोजगार छिना है। लोगों को दिवाली, राखी, ईद जैसे त्योहारों पर चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करना चाहिए।” गौरतलब है सीमा पर चीन के साथ बढ़ते तनाव के चलते आरएसएस की सहयोगी शाखा स्वदेशी जागरण मंच ने चीनी सामान का बहिष्कार किया है और लोगों से भी ऐसा करने की अपील की है। 22 जुलाई को स्वदेशी जागरण मंच ने नागपुर में चीनी कंपनी चाइना रेलवे रोलिंग स्टॉक प्रोजेक्ट का विरोध भी किया है। जागरण मंच के सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है कि वह 851 करोड़ रूपए के निवेश से हुए इस सौदे को रद्द कर दें।

इसी बीच अमेरिका ने भारत एवं चीन से सीधी वार्ता करने की अपील की है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता गैरी रोस ने कहा, ‘‘हम भारत एवं चीन को तनाव घटाने की खातिर प्रत्यक्ष वार्ता करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं जिसमें किसी प्रकार की जोर जबरदस्ती नहीं हो।’’ पेंटागन ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब पिछले कुछ वर्षों में चीन के लगभग सभी पड़ोसी बीजिंग पर सीमा विवादों के समाधान के लिए बल प्रयोग करने की रणनीति अपनाने का आरोप लगा रहे हैं।