26/11 मुंबई हमले के मामले में डेविड हेडली ने गवाही के पांचवें दिन कई चौंकाने वाले खुलासे किए। हेडली ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अमेरिका में जेल से गवाही दी। उसने बताया,’हमले के दौरान मुंबई एयरपोर्ट को निशाना न बनाए जाने से लश्कर ए तैयबा नाराज था। मैं मुंबई में सिद्धिविनायक मंदिर भी गया था। जहां से मैंने हमलावरों के लिए 15-20 कलाई पर बांधने वाले पवित्र धागे भी खरीदे थे ताकि वे भारतीय लगे। पाकिस्तान जाने पर मैंने ये धागे साजिद मीर को दिए। वह इस आइडिया से खुश हुआ।’ हेडली ने बताया कि जकीउररहमान ने कहा था कि मुंबई हमला भारत के पाकिस्तान में किए गए बम धमाकों का बदला है। हेडली के अनुसार,’आईएसआई और मेजर इकबाल ने मुझसे भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर(बार्क) के कुछ लोगों को जोड़ने को कहा था।’
Major Iqbal asked me to survey the Naval Air Station in Mumbai, which I did and then discussed about it with LeT Operatives: David Headley
— ANI (@ANI_news) February 12, 2016
हेडली ने आगे बताया कि, लश्कर शिवसेना भवन पर हमला करना चाहता था। साथ ही बाल ठाकरे को भी मारना चाहता था। इसलिए शिवसेना भवन की रैकी की गई। उसने बताया कि,’शिवसेना मुख्यालय में मैं राजाराम रेगे से मिला। उससे मेरी अच्छी दोस्ती हो गई थी।’ गौरतलब है कि राजाराम रेगे शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का पीआरओ है। हेडली ने आगे बताया कि, ‘ 26/11 के हमलावरों को कराची से निर्देश मिल रहे थे। उनके पास भारतीय सेलफोन थे।’ अजमल कसाब का फोटो दिखाने पर हेडली ने ‘रहमतुल्लाह अली’ ( गॉड ब्लेस यू) कहा। साथ ही उसने बताया कि जब कसाब के पकड़े जाने की सूचना मिली तो साजिद मीर और लश्कर के अन्य सरगना दुखी हो गए।
गुरुवार को गवाही में उसने बताया कि इशरत जहां लश्कर-ए-तैयबा की आत्मघाती हमलावर थी। इशरत जहां का गुजरात में एनकाउंटर हो गया था। सरकारी वकील उज्जवल निकम ने गवाही के दौरान हेडली को तीन नाम बताए। उन्होंने इनमें से लश्कर के फिदायीन आतंकी का नाम बताने को कहा। हेडली ने इशरत जहां का नाम लिया।
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गुरुवार को गवाही के दौरान उसने बताया कि आईएसआई, पाकिस्तानी सेना के एक मेजर और एक अन्य आरोपी तहव्वुर राणा ने पैसे दिए थे। 10 फरवरी को तकनीकी खराबी के चलते गवाही टाल दी गई थी। वहीं इससे पहले उसने मुंबई हमलों की प्लानिंग को लेकर जानकारी दी थी। हेडली ने दूसरे दिन गवाही देते हुए कहा था कि लश्कर-ए-तैयबा ने यहां ताज होटल में भारतीय रक्षा वैज्ञानिकों पर हमला बोलने की योजना बनाई थी।
हेडली ने यह भी कहा कि पाकिस्तान की आईएसआई ने उसे कहा था कि वह उनके लिए जासूसी करने के लिए भारतीय सैन्यकर्मियों को नियुक्त करे। हेडली ने कहा कि भारत में आतंकी हमलों के लिए मुख्य रूप से लश्कर-ए-तैयबा जिम्मेदार है और यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि सभी आदेश इसके शीर्ष कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी की ओर से आए।