असंगठित क्षेत्र के कामगारों के राष्ट्रीय डेटाबेस ई-श्रम पोर्टल (E-Shram Portal) पर रजिस्ट्रेशन के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे आगे है। इस सूबे से रविवार (नौ जनवरी, 2021) तक लगभग साढ़े सात करोड़ लोगों ने खुद को रजिस्टर किया। एसएसके, सीएससी और सेल्फ रजिस्ट्रेशन मिलाकर यूपी से खबर लिखे जाने तक 7,48,42,343 रजिस्ट्रेशन हो चुके थे।
ई-श्रम पर पंजीकरण के मामले में टॉप-5 सूबों में यूपी के बाद क्रमशः पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा और झारखंड के नाम हैं। रविवार तक प.बंगाल से कुल 2,40,63,390 पंजीकरण, बिहार से 2,04,31,009 रजिस्ट्रेशन, ओडिशा से 1,29,02,544 पंजीकरण और झारखंड से 73,11,993 रजिस्ट्रेशन हो चुके थे।
इस मामले में छठे पायदान पर छत्तीसगढ़ (58,77,869 रजिस्ट्रेशन), सातवें पर मध्य प्रदेश (56,86,685 पंजीकरण), आठवें पर असम (55,86,123 रजिस्ट्रेशन), नौवें पर तमिलनाडु (54,90,687 पंजीकरण) और 10वें पर राजस्थान (कुल 51,94,257 रजिस्ट्रेशन) है।
खास बात है कि ई-श्रम योजना के तहत रजिस्टर्ड श्रमिक हिंदुस्तान के किसी भी प्रदेश में इस स्कीम का लाभ ले सकता है। आधार कार्ड की तरह योजना के लाभार्थियों का एक कार्ड बनता है, जिसे ई-श्रम कार्ड भी कहते हैं। स्कीम के तहत श्रमिकों को सभी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ तो मिलता है। साथ ही वेदो लाख रुपए तक का इंश्योरेंस कवरेज भी पा सकते हैं। यही नहीं, श्रमिकों का अगर अचानक निधन हो जाता है, तब उनके आश्रितों को फौरी तौर पर आर्थिक मदद मुहैया कराई जाती है।

ई-श्रम पर सेल्फ रजिस्ट्रेशन भी किया जा सकता है। यह काम करने के लिए आधार कार्ड संख्या, आधार से लिंक एक्टिव मोबाइल नंबर और बैंक अकाउंट डिटेल की जरूरत पड़ती है। साथ ही आवेदक की उम्र 16 साल से 59 साल (10-01-1962 से 09-01-2006) के बीच होनी चाहिए।

ई-श्रम पोर्टल पर इसके अलावा पहले से पंजीकृत श्रमिक अपने प्रोफाइल को अपडेट कर सकते हैं। यहां उन्हें अपना नाम और अन्य चीजों में संशोधन करने (गलती दुरुस्त करने) का मौका मिलता है। साथ ही वे यहां अपना यूएएन कार्ड भी डाउनलोड कर सकते हैं। ई-श्रम के संबंध में अगर आपको कोई दिक्कत आती है, तो आप इससे जुड़े हेल्पडेस्क नंबर 14434 पर कॉल कर अपनी शिकायत साझा कर सकते हैं।