ड्राइविंग लाइसेंस (DL) बनवाने के लिए अब उत्तर प्रदेश में लोगों को विभागों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह काम घर बैठे भी कराया जा सकता है। सूबे में नई सुविधा दी गई है, जिसके तहत लर्निंग डीएल के लिए अब लोगों को आरटीओ दफ्तर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वे घर बैठे ऑनलाइन टेस्ट देकर इसे बनवा सकेंगे।
दरअसल, बाराबंकी में घर बैठे लर्निंग डीएल बनवाने का ट्रायल चल रहा था। इस पायलट प्रोजेक्ट के सफल होने के साथ इसे गुरुवार (छह जनवरी, 2021) को पूरे सूबे में लागू कर दिया गया। घर बैठे लर्निंग डीएल की टेस्ट सुविधा से लोगों का वक्त बचेगा। उन्हें टेस्ट और अन्य कारणों से दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। बुकिंग स्लॉट के दिन किसी भी समय (सुबह से शाम के बीच) टेस्ट दिया जा सकेगा। कोरोना काल में यह व्यवस्था खासा असरदार साबित होगी। हालांकि, पुरानी व्यवस्था भी चलती रहेगी, जिसके अंतर्गत स्लॉट हासिल करके लर्निंग डीएल बनता है।
मौजूदा व्यवस्था में स्लॉट लेने के बाद लगभग तीन महीने के बाद लर्निंग डीएल बनता था, जबकि नए बंदोबस्त के तहत एग्जाम पास करने के चंद घंटों के बाद लर्निंग डीएल बन सकेगा। इसे बनवाने की प्रक्रिया इस प्रकार है:
- sarathi.parivahan.gov.in पर जाएं।
- आरटीओ और फेसलेस का ऑप्शन होगा।
- फेसलेस चुनें और अपना आधार नंबर भरें।
- आगे आधार का ऑटोमैटिक वेरिफिकेशन होगा।
- मोबाइल पर आए ओटीपी को भरेंगे, तो प्रोसेस आगे बढ़ेगा।
- आगे फॉर्म भरना होगा और सपोर्टिंग डॉक्यूमेंट अपलोड करने होंगे।
- फॉर्म में वही मोबाइल नंबर दें, जो आधार कार्ड में हो।
- यह सब करने के बाद फीस जमा करनी होगी।
- फिर आपके पास ऑनलाइन टेस्ट के लिए ओटीपी आएगा।
- टेस्ट में फेस ऑथेंटिकेशन होगा। आगे 15 सवाल होंगे।
- इनमें कम से कम आठ का सही जवाब देना पड़ेगा।
- पहले चरण में तीन मौके मिलेंगे। अगर कोई तीनों बार फेल होंगे, तो चौथी बार दफ्तर का स्लॉट बुक करा सकेंगे।
लर्निंग डीएल के लिए भले ही घर बैठे टेस्ट देने की सुविधा मुहैया कराई गई हो, पर इसके लिए कुछ चीजें अनिवार्य हैं। मसलन जिस जगह बैठकर टेस्ट दिया जाए, वहां पीछे का बैकग्राउंड या दीवार प्लेन और साफ होनी चाहिए। पर्याप्त लाइट भी होनी चाहिए। लैपटॉप या कंप्यूटर कैमरायुक्त होना चाहिए। एग्जाम देते वक्त आस-पास कोई नहीं होना चाहिए।