एकदम से खड़े हो जाने वाले (इमरजेंसी) खर्चों के वक्त क्रेडिट कार्ड सबसे अच्छे विकल्पों में से एक होते हैं। खासकर त्यौहारी मौसम में वे कार्डधारकों के वरदान भी होते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि ज्यादातर क्रेडिट कार्ड देने वाले बैंक या प्रदाता इस त्योहारी सीजन में व्यापारियों के साथ बिना किसी लागत वाली इजी मंथली इंस्टॉलमेंट (ईएमआई), उनकी सेवाओं और व्यापारिक वस्तुओं पर तगड़ी छूट की पेशकश के लिए टाइ-अप करते हैं।
वैसे भी भारत में त्योहारी मौसम में बड़ी खरीदारी करने के लिए और घरों को चमकाने/रेनोवेट आदि कराने के लिए एक अच्छा समय माना जाता है। कई लोग तो इस सीजन में अपनी पैसों की कमी को कम करने के लिए पर्सनल लोग या विभिन्न उपभोक्ता ऋण (कंज्यूमर लोन) का ले लेते हैं। हालांकि, एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ऑनलाइन शॉपिंग के अलावा त्यौहारी सीजन में किसी भी कमी को पूरा करने और अपने खर्चों को मैनेज करने के लिए क्रेडिट कार्ड का अधिकतम यूज किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि कैसे इसके इस्तेमाल से आप अधिक लाभ पा सकते हैं:
सुधारें क्रेडिट स्कोरः लेन-देन के लिए क्रेडिट कार्ड का यूज लोन लेने जैसा है इसलिए, ड्यू डेट (तय तारीख) तक क्रेडिट कार्ड की बकाया रकम चुकाने से आपके क्रेडिट स्कोर पर वही प्रभाव पड़ेगा। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि कम क्रेडिट स्कोर वाले लोग इसका यूज अपने लाभ के लिए कर सकते हैं और अपनी खरीदारी के साथ अपने क्रेडिट स्कोर को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा क्रेडिट कार्ड के यूज में लोन के विपरीत कोई ब्याज लागत शामिल नहीं होती है, जब तक कि कोई व्यक्ति अपने बिलों को नियत तारीख के भीतर पूरा कर देता है, या नो-कॉस्ट ईएमआई विकल्प चुनता है। किसी को भी अपनी क्रेडिट सीमा के 30% से अधिक खर्च करने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से किसी के क्रेडिट स्कोर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है और भविष्य के लोन और क्रेडिट कार्ड की पात्रता को नुकसान पहुंच सकता है।
नो कॉस्ट ईएमआईः क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले बैंक/कंपनियां अपनी सेवाओं और सामान पर नो-कॉस्ट ईएमआई की पेशकश के लिए व्यापारियों के साथ टाइअप करती हैं। यही वजह है कि कार्डधारक ब्याज पर बहुत बचत कर सकते हैं। नो-कॉस्ट-ईएमआई पर होने वाली ब्याज लागत का भार व्यापारियों पर पड़ता है, जबकि कार्डधारकों को केवल ईएमआई के माध्यम से खरीद लागत ही देनी पड़ती है। कुछ कार्ड जारीकर्ता अपने क्रेडिट कार्डधारकों को निर्माताओं/व्यापारियों के साथ अपने गठजोड़ के आधार पर नो-कॉस्ट ईएमआई के माध्यम से खरीदारी करने पर अतिरिक्त छूट देते हैं। उदाहरण के लिए, ई-कॉमर्स शॉपिंग वेबसाइट फ्लिपकार्ट एक्सिस बैंक क्रेडिट कार्ड से खरीदारी पर अतिरिक्त कैशबैक प्रदान करता है, जबकि अमेज़ॅन एसबीआई क्रेडिट कार्ड लेनदेन पर तत्काल छूट और अमेज़ॅन पे आईसीआईसीआई बैंक क्रेडिट कार्ड के साथ कैशबैक देता है।
और रुपयों की करें बचतः आम तौर पर फेस्टिव सीजन में क्रेडिट कार्ड से खरीदारी पर छूट और ऑफर मिलते हैं। जानकार बताते हैं कि कई व्यापारी और रीटेलर्स इस सीजन में खरीदारों को आकर्षित करने के लिए क्रेडिट कार्ड लेनदेन पर अधिक रिवॉर्ड पॉइंट, नो-कॉस्ट ईएमआई, छूट, वाउचर, कैशबैक आदि के रूप में कई तरह के लाभ देते हैं। इसलिए समय पर छूट/प्रस्ताव प्राप्त करने से आप बहुत बचत कर सकते हैं। मान लें कि अक्टूबर की शुरुआत में ऑनलाइन बिक्री के दौरान 42,000 रुपए का फोन चुनने पर आपको सिर्फ 30,000 रुपये खर्च करने पड़ सकते थे। इसके अलावा, आप इसे चुनिंदा क्रेडिट कार्डों पर छह माह की नो-कॉस्ट ईएमआई के साथ सिर्फ 5,000 रुपए में प्राप्त कर सकते थे। रिटेल आउटलेट और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म दोनों पर इस तरह के डिस्काउंट और कैश बैक को पाने के लिए आप अपनी क्रेडिट कार्ड वेबसाइट के ऑफर सेक्शन पर भी जा सकते हैं।
इंट्रेस्ट फ्री पीरियडः सभी क्रेडिट कार्ड्स पर एक इंट्रेस्ट फ्री पीरियड यानी ब्याज मुक्त अवधि होती है। इसमें क्रेडिट कार्ड लेनदेन की तारीख और संबंधित बिलिंग साइकिल की ड्यू डेट के बीच की अवधि के लिए लेनदेन पर कोई ब्याज नहीं जोड़ा जाता है। अगर किसी कार्डधारक के क्रेडिट कार्ड का बकाया ड्यू डेट तक पूरा चुका दिया जाता है, तो ब्याज मुक्त अवधि के दौरान, क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता लेनदेन पर कोई ब्याज नहीं लेता है। लेन-देन कब किया जाता है, इस पर निर्भर करते हुए, ब्याज मुक्त अवधि 18 से 55 दिनों के बीच कहीं भी हो सकती है।