यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Unique Identification Authority of India: UIDAI) आधार कार्ड (Aadhaar Card) को अपडेट करने की सुविधा देता है। आधार में कई चीजें तो आसानी से ऑनलाइन अपडेट की जा सकती हैं, पर कुछ को ऑफलाइन बदलवाना पड़ता है और इसके लिए आपका आधार सेवा केंद्र का चक्कर लग सकता है। आइए जानते हैं इस बारे में:
नाम, पता, जन्म तिथि, आयु, लिंग मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी को आधार कार्ड में ऑनलाइन अपडेट किया जा सकता है, जबकि बायोमीट्रिक अपडेट कराने के लिए आधार सेवा केंद्र जाना पड़ता है। बायोमीट्रिक अपडेट में रेटिना यानी आंख की पुतलियां, फिंगर प्रिंट मतलब अंगुलियों के महीन निशान और फोटोग्राफ शामिल होते हैं। जरूरी फॉर्म भर कर केंद्र पर जमा करने के बाद यूआईडीएआई अफसर इसे वेरिफाई करेंगे और नया बायोमीट्रिक डेटा अपडेट कर देंगे। हालांकि, इस सर्विस के लिए 100 रुपए तक का शुल्क और जीएसटी चार्ज लिया जाता है।

बायोमीट्रिक अपडेट के दौरान किसी खास दस्तावेज की जरूरत नहीं होती, क्योंकि इसमें आपकी रेटिना को एक मशीन को स्कैन किया जाता है, फिंगरप्रिंट्स ले लिए जाते हैं और केंद्र पर लगे कैमरा में फोटो लिया जाता है। आधार कार्ड में फोटो अपडेट होकर आने में 90 दिन तक का वक्त लग जाता है।
वैसे, यूआईडीएआई की वेबसाइट uidai.gov.in के होम पेज पर ‘माई आधार’ (My Aadhaar) सेक्शन में आपको आधार डेटा अपडेट करने की सुविधा मिलती है। आप इसके अलावा अपने आधार का स्टेटस भी चेक कर सकते हैं, जबकि आधार में किए गए संशोधन का ट्रैक रिकॉर्ड या हिस्ट्री भी चेक कर सकते हैं।
बता दें कि आधार हर भारतीय नागरिक के लिए है। यह नवजात से लेकर वरिष्ठ नागरिक तक का बनता है। अब तो कागज वाले आधार कार्ड के अलावा ई-आधार यानी उसकी सॉफ्ट कॉपी भी आती है। साथ ही पीवीसी (पॉलीविनायल क्लोराइड) आधार कार्ड भी आने लगे हैं। चूंकि, यह पॉलीविनायल क्लोराइड कार्ड्स (एक किस्म के मजबूत प्लास्टिक कार्ड्स) पर रीप्रिंट किए जाते हैं, इसलिए यह कागज वाले के मुकाबले अधिक समय तक चलते हैं। इनमें कटने, फटने, गलने या जल्द खराब होने की आशंका नहीं रहती है। 50 रुपए (जीएसटी और स्पीड पोस्ट शुल्क शामिल) चुकाकर कोई भी व्यक्ति अपने आधार की पीवीसी कॉपी/पीवीसी आधार कार्ड मंगा सकता है। इसका ऑर्डर देने के लिए यूजर को अपना आधार नंबर या फिर ईआईडी देनी होती है।