भारतीय रेलवे से हर दिन लाखों लोग सफर करते हैं। भारतीय रेलवे की तत्कान रिजर्वेशन योजना को 1997 ब्रोकरों से बचाने के लिए छोटे समय के लिए शुरू किया गया था। वहीं अब सभी ट्रेनों में तत्काल टिकट बुकिंंग की सेवा उपलब्ध है। रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग की सुविधा सभी वर्गों के लिए दिया जाता है। ट्रेन टिकट कंफर्म न होने पर या फिर इमरजेंसी में तत्काल टिकट बुकिंग किया जा सकता है।
रेलवे का नियम के अनुसार, कोच की क्षमता के आधार पर 30 प्रतिशत से अधिक सीट तत्काल टिकट बुकिंग के लिए नहीं हो सकता है। वहीं हरदिन लगभग एवरेज 15.14 लाख बर्थ या सीटों की कुल बर्थ क्षमता में से लगभग 3.05 लाख सीटें या बर्थ प्रीमियम और तत्काल टिकट बुकिंग के लिए उपलब्ध है, जो कि कुल सीट का करीब 20.16 फीसदी है। वहीं रेलवे को उन यात्री ट्रेनों में तत्काल योजना लागू करने के निर्देश दिए गए हैं, जिनका पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान औसत उपयोग 60 प्रतिशत अधिक था।
तत्काल टिकट बुक करने का समय
तत्काल बुकिंग यात्रा के दिन से एक दिन पहले शुरू होती है जैसे किसी महीने की 3 तारीख को यात्रा के लिए, बुकिंग 2 तारीख को खुलेगी। हालांकि, यात्रा के दिन को चार्ट तैयार करने के दिन के रूप में गिना जाता है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो तत्काल बुकिंग प्रणाली मूल स्टेशन से ट्रेन के समय के विरुद्ध एक दिन पहले खोली जाती है। जबकि एसी क्लास के लिए तत्काल बुकिंग सुबह 10:00 बजे शुरू होती है और स्लीपर के लिए सुबह 11:00 बजे शुरू की जाएगी।
एक बार में कितने तत्काल टिकट बुक कर सकते हैं
तत्काल टिकट के लिए एक PNR से 4 यात्रियों का टिकट बुक किया जा सकता है। वहीं एक व्यक्ति को आईपी एड्रेस पर सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक प्रति दिन केवल 2 टिकट (या तो स्लीपर या एसी) बुक करने की अनुमति है। इसके अलावा आईआरसीटीसी वेबसाइट से बुक करने पर केवल एक तत्काल टिकट बुकिंग की अनुमति दी जाती है। फर्स्ट एसी को छोड़कर सभी वर्गों में तत्काल बुकिंग की अनुमति है।